मेरठ सामूहिक हत्याकांड: सामने आई सौतेले भाईयोंं की क्रूरता

मेरठ, जनमुख न्यूज। मेरठ में पांच लोगों की हत्या के मामले कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। और हत्यारों की बड़ी बेरहमी सामने आयी है। आठ साल की बेटी अक्शा का गला घोटा, मोईन, उनकी पत्नी आसमा और दोनों बेटी अजीजा, अलइफ्शा के कातिलों ने सिर पर कई प्रहार किए है और फिर गले पर वार किए। वहीं इस मामले में मोईन के दो सौतेले भाई नईम, तसलीम और भाभी नजराना के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने भाई तसलीम व भाभी नजराना को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि इस मामले में मुख्य सौतेला भाई आरोपी बताए जाने वाला नईम फरार है। एसएसपी का कहना है कि प्राथमिक जांच में हत्या का कारण चार लाख रुपये के लेनदेन और पारिवारिक विवाद सामने आया है।
शक है कि परिवार को पहले नशीला पदार्थ खिलाया और फिर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। पांचों शवों का विसरा सुरक्षित रखा गया है।
वहीं शाम को पांचों शवों का पोस्टमार्टम हुआ। मोईन की बड़ी बेटी अक्शा की गला घुटने से हत्या होना बताया गया है। मोईन व उनकी पत्नी आसमा के सिर पर १० से ज्यादा प्रहार हैं और फिर उनके गले काटे गए। दोनों मासूम बच्ची अजीजा और अलइफ्शा के सिर पर दो-दो प्रहार के बाद गले पर धारदार हथियार के निशान मिले हैं।
बिसरा निवाड़ी, मोदीनगर गाजियाबाद फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा। पुलिस ने शवों से उतरे कपड़ों को जब्त कर लिया है। स्थानीय फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से कई नमूने लिए है।
राजमिस्त्री मोईन और उसके परिवार डेढ़ महीने पहले ही रुड़की से आकर सुहेल गार्डन में रहने लगा था। किराए के मकान के पास में मोईन अपने घर का निर्माण कर रहे थे।
आसमां के भाई आमिर अहमद ने लिसाड़ीगेट थाने में मोईन के सौतेले भाई नईम, तसलीम और भाभी नजराना के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। नजराना का पति अमजद हरिद्वार जेल में बंद है। एसएसपी के मुताबिक मोईन और उसका सगा भाई अमजद रुड़की में ही रहते थे। जहां पर उनका मकान और प्लॉट था। अमजद के जेल जाने के बाद मोईन रुड़की का मकान और प्लॉट बेचकर सुहेल गार्डन में आया था, जहां उसने करीब डेढ़ साल पहले दो प्लॉट खरीदे थे।
नजराना भी सुहेल गार्डन के पास समर गार्डन में अपने परिवार के साथ आकर रहने लगी। मोईन के एक प्लॉट पर मकान बना रहा था और दूसरे प्लॉट में अमजद का हिस्सा बताया गया। जेल में बंद भाई की जमानत कराने के नाम पर मोईन ने भाभी नजराना को ४-५ महीने पहले चार लाख रुपये दिए थे। प्लॉट में हिस्सा खत्म होने को लेकर परिवार में विवाद चल रहा था।
बृहस्पतिवार रात करीब ८:३० बजे मोईन, उनकी पत्नी आसमा, तीनों बेटियों की हत्या की खबर मिलने के बाद से सुहेल गार्डन में मातम छाया हुआ है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस की मौजूदगी में शवों को सुपर्द-ए-खाक कर दिया।

