बसपा ही भाजपा का एकमात्र विकल्प- मायावती

लखनऊ, जनमुख न्यूज। बसपा सुप्रीमों मायावती ने आज अपने जन्मदिन के अवसर पर इंडिया गठबंधन पर जमकर हमले किए और साथ ही अंबेडकर के नाम पर हो रही राजनीति को लेकर अपने समाज को सावधान किया।
पूर्व मुख्यमंत्री आज ६९ साल की हो गई । इस मौके पर उन्होंने लखनऊ के पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात की। मायावती ने यहां आंबेडकर के नाम पर हो रही राजनीति को लेकर साफ-सफाई तो किसी भी दल को कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने वोटरों को अवश्य संदेश दया और कहा कि उनके वोटरों को बाकी दलों से सावधान रहना होगा। उनके वोटर लोक लुभावन बातों पर वोट दे देते हैं। उनको इससे बचना चाहिए। वोटरों को देखना चाहिए कि किस पार्टी ने जमीनी स्तर पर उनके जीवन को बदलने का काम किया है।
पत्रकार वार्ता में बसपा सुप्रीमों ने कहा कि भाजपा के विकल्प के रूप में बसपा एकलौती पार्टी है। इंडिया गठबंधन का यूपी सहित पूरे प्रदेश में कोई भविष्य नहीं है। यह सभी पार्टियां स्वार्थ के लिए एकत्रित हुई है जनता के लिए नहीं।
मायावती ने कहा कि दिल्ली के चुनाव में पार्टी शानदार प्रदर्शन करेगी। यदि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष हुए तो यकीन मानिए कि परिणाम चौंकाने वाले होंगे।
मायावती ने कहा कि गरीबों दलितों के लिये हमने अपनी सरकारी में जो योजनाएँ चलाई उसको कई राज्यों ने लागू किया। पिछले कुछ वर्षों से दलित बेस वोट बैंक को तोड़ने के लिये सपा, कांग्रेस, भाजपा लगी है इनसे सावधान रहना है। ये सभी जातिवादी पार्टियां हैं। आरक्षण को इन सभी ने निष्प्रभावी बनाने का काम किया है। कांग्रेस की सरकारों में बाबा साहेब से लेकर सभी दलित चिंतकों की अवहेलना की गई है। भाजपा भी पीछे नहीं है। इस पार्टी के वरिष्ठ मंत्री ने बाबा साहेब का अपमान किया है और इसका पश्चाताप भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने वाली पार्टियों के कथनी और करनी में काफी अंतर रहा है।
किताब का विमोचन
इस मौके पर मायावती ने अपने द्वारा लिखी गई किताब का विमोचन किया। इस किताब में उनकी और बसपा की यात्रा की कहानी कही गई है।

