भाजपा नेता की पुलिस ने की पिटाई, धरने पर बैठे विधायक, महापौर

प्रयागराज, जनमुख न्यूज। भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज पासी की झूंसी थाने में बंदकर पिटाई करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार इस घटना से नाराज भाजपा नेताओं थाने का घेराव किया। घटना के बाद चमनगंज चौकी इंचार्ज संतोष कुमार सिंह, दरोगा शिवराम यादव, जग नारायण और मुख्य आरक्षी पारस यादव को निलंबित कर दिया है। जबकि झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ भी जांच के आदेश दिया गया है।
घटना से नाराज महापौर गणेश केसरवानी, फूलपुर विधायक दीपक पटेल, उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, गंगापार अध्यक्ष कविता पटेल, पूर्व एमएलसी निर्मला पासवान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता झूंसी थाने पहुंच गए। और धरना देने लगे। विवाद बढ़ता देख एसीपी विमल किशोर मिश्र थाने पहुंचे तो महापौर और विधायकों ने उनसे बात करने से ही मना कर दिया। तब डीसीपी नगर अभिषेक भारती झूंसी थाने पहुंचे। भाजपाई झूंसी थानेदार उपेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग कर रहे थे।
यमुनापार के पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती ने बताया कि बुधवार को प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनोज पासी के भाई की दीवार बनाने से रोकने झूंसी थाने की पुलिस गई थी। इस पर मनोज पासी व उनके भाई को गाली दी गई। कुछ देर बाद मनोज पासी झूंसी थाने में गालीगलौज को लेकर पूछने थानेदार उपेंद्र प्रताप सिंह के पास पहुंचे तो उन्होंने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उनकी लात-घूसों से पिटाई कर दी। पुलिस की पिटाई से वह बेहोश हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बाद में मनोज पासी ने एक वीडियो के जरिये आपबीती बताई। वीडियो में बताया गया कि उनके सिर के बाल नोचकर पिटाई की गई।
भाजपा नेताओं के बढ़ते दबाव के बीच देर रात को झूंसी थाने में दो दरोगा और दो सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसके साथ ही डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने मामले की जांच एसीपी विमल किशोर मिश्र को सौंपी है। एसीपी विमल किशोर मिश्र ने बताया कि मारपीट के मामले में आरोपी दो दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। एसओ उपेंद्र प्रताप सिंह के मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था।

