शेयर में निवेश के नाम पर लाखों की ठगी

वाराणसी, जनमुख न्यूज। लगातार जागरुकता अभियान के बाद भी साइबर अपराध पर लगाम नहीं लग पा रही है। या यूं कहें कि ज्यादा जल्दी धन कमाने के लालच में लोग साइबर अपराधियों के शिकंजे में फंसते जा रहे हैं। ताजा मामला वाराणसी के सिंधौरा थाना क्षेत्र का सामने आया है जहांं गरथम निवासी संजय कुमार मौर्या ने साइबर ठगी की एफआईआर दर्ज कराई है। संजय से साइबर अपराधियों ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर एक एप डाउनलोड करवाया और एक्स्ट्रा प्रॉफिट के लालच में कारोबारी ने तीन बार करीब ५.४५ लाख रुपए एप के जरिए जमा किए।
बाद में जब प्रॉफिट की बात आयी तो कहा गया कि ३० हजार रुपए और जमा करो लेकिन आज तक उसे उसका प्रॉफिट नहीं मिला और न ही वो पैसे विड्रा कर पा रहा है। ऐसे में उसने साइबर क्राइम थाने में शिकायत की है।
संजय ने अपनी तहरीर में बताया है कि सितंबर २०२४ में व्हाट्सएप पर एक व्यक्ति आकाश पवार ने उससे संपर्क किया था। उसने खुद को शेयर ब्रोकर बताया था। और कहा था कि उसकी कंपनी सेबी से रजिस्टर्ड है। उसने मुझसे कई दिन बात करने के बाद कहा कि उसकी कंपनी में शेयर ट्रेडिंग करने पर अच्छा लाभ होता है। उसके पास कई सारे एक्सपर्ट हैं।
भुक्तभोगी ने बताया कि आकाश ने मुझे झांसे में लेते हुए कहा कि शेयर मर्कटे में जो भी लाभ होगा उसका १५ प्रतिशत मेरा होगा। यदि लाभ नहीं हुआ तो हम एक रुपया भी आप से नहीं लेंगे। यकीन दिलाने के नाम पर उसने अपना पैन कार्ड नंबर भेजा। जिसपर मैंने विश्वास करते हुए उसके कहे अनुसार अनीशा एप डाउनलोड कर लिया और चार बार में करीब १.२५ लाख रुपए में भेज दिया और अनीशा एप से शेयर ट्रेडिंग शुरू कर दी।
संजय ने मौर्या ने बताया कि इसके कुछ ही दिन बाद आकाश ने मुझे भरोसा दिलाया कि आप की ट्रेडिंग बहुत अच्छी है। आप एक आईपीओ बुक करवा लें। इसपर मैंने एक आईपीओ बुक कर दिया। जिसके कुछ ही दिन बाद उसका फोन आया की आईपीओ को बहुत प्रॉफिट हुआ है। उसे उम्मीद से अधिक शेयर मिले हैं। ऐसे में आप को ३.९० लाख रुपए तुरंत जमा करने होंगे।
संजय ने आकाश के बताए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए और उसके बताए अनुसार अगले दिन स्टॉक लिस्टिंग के बाद पैसे निकालने की कोशिश की तो ३० हजार रुपए और मांगे गए। उसने उसे भी जमा कर दिया पर पैसे नहीं निकले।
संजय ने बताया कि अकाश को बार फोन और मैसेज किया जिसपर उसने कोई रिस्पॉन्स नहीं किया। अब उसका मोबाइल भी बंद हो गया है। ऐसे में साइबर सेल से शिकायत की है।

