श्रद्धालुओं की भीड़ से ठहर गई है काशी, अपार भीड़ चलते 5 फरवरी तक स्थगित हुई गंगा आरती

वाराणसी, जनमुख न्यूज। प्रयागराज में महाकुंभ का स्नान कर वापस लौट रहे लोगों के काशी आने के जारी अटूट व्रâम के चलते पूरा शहर ठहर सा गया है। श्रद्धालुओं का आगमन महाकुंभ शुरु होने के बाद से ही शुरु हो गया था। लेकिन मौनी अमवस्या पर महाकुंभ में उमड़ी करोड़ों श्रद्धालुओं के पलट प्रवाह से पिछले तीन दिनों काशी शहर हाऊसफुल है। इसके बाद भी लगातार श्रद्धालुओं के आने व्रâम जारी है। बनारस रेलवे स्टेशन हो या वैâंट रेलवे स्टेशन हर तरफ से लगातार यात्रियों का रेला गंगा घाट की ओर बढ़ता ही नजर आ रहा है। अपने निजी वाहनों और बसों से पहुंचे लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा घाट और काशी विश्वनाथ धाम का रुख कर रहे हैं।

अनुमान के मुताबिक शुव्रâवार को काशी में ३० लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की भी मौजूद थी। श्रद्धालुओं की यह भीड़ शाम को गंगा घाट पर आरती देखने भी जमा हो रही है जिसके चलते आने वाले श्रद्धालु घाटों और मंदिर क्षेत्र से जल्दी बाहर नहीं लौट रहे हैं। और आरती देखने के लिए लाखों लोग जमा हो रहे हैं। जिसके चलते किसी भी अनहोनी की आशंका और श्रद्धालुओं को स्नान-दर्शन के बाद जल्द लौटाने के लिए ३१ जनवरी से ५ फरवरी तक दशाश्वमेध घाट से लेकर अस्सी घाट तक की गंगा आरती स्थगित कर दी गई है। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते होटल से लेकर धर्मशालाएं और सरकारी कैंप भी तीन दिनों से हाउसफुल हैं। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के आसपास ५ लाख से ज्यादा लोग वाहनों का इंतजार कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर वे लोग हैं जो प्रयागराज महाकुंभ जाना चाहते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा घाट तक कई किमी तक लाइनें लगी हुई हैं। लोगों की भीड़ के चलते घाट और मंदिर जाने वाले रास्तों पर रथयात्रा और लहुराबीर से चार पहिया वाहनों को रोक दिया जा रहा है। फिर भी स्थिति स्थानीय लोगों के लिए शहर में निकलना और अपने दैनिक कामकाज निपटना मुश्किल हो गया है। यह स्थिति तब है जब शहर के स्कूल पहले से ही बंद कर दिए गए हैं।


