वसंत पंचमी पर लाखों ने लगायी आस्था की डुबकी

वाराणसी, जनमुख न्यूज। बसंत पंचमी के अवसर पर स्नान के लिए आज वाराणसी के गंगा घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। श्रद्धालुओं के भीड़ को देखते हुए प्रमुख घाटों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। तथा गंगा घाटों पर जाने और आने के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए थे। गोदौलिया चौराहे से श्रद्धालुओं को गंगा घाटों ओर नहीं जाने दिया जा रहा था बल्कि आगे की गलियों से होकर उन्हें दशश्वमेध घाट की ओर मोड़ा जा रहा था जबकि स्नान कर आने वाले लोगों को गोदौलिया चौराहे से निकाला जा रहा था। बाद में पुलिस ने स्नान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए गिरजाघर चौराहे से भी जाने पर रोक लगा दी और आगे की गलियों से उन्हें जंगमबाड़ी और फिर दशाश्वमेध की ओर भेजा जा रहा था। हालांकि इस दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को गलियों की जानकारी न होने से परेशानी भी उठानी पड़ रही थी।
स्नान के बाद दान-पुण्य के साथ लोग बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए भी लंबी-लंबी कतारों में लगे रहे।
गंगा तट पर बसंत ऋतु का स्वागत
वाराणसी के गंगा घाट पर बसंत पंचमी के अवसर पर बटुकों ने मां गंगा की आरती उतारी नमामि गंगे के राजेश शुक्ला ने कहा बसंत पंचमी प्रकृति से प्रेरणा लेने और जीवन को आनंदित करने का त्योहार है। प्रकृति संग जीवन में नई ऊर्जा का संचार है बसंत पंचमी। भगवान कृष्ण ने गीता में ‘ऋतु कुसुमाकर’ कहकर बसंत को अपनी सृष्टि माना है। बसंत पंचमी वो समय है जब मौसम में, फसलों, भोजन, वस्त्रों में बदलाव देखे जा सकते हैं। ये ही प्रकृति से प्रार्थना करने का उपयुक्त समय भी है।

