राज्यसभा में एक बार फिर कांग्रेस पर पीएम मोदी का हमला, साथ ही गिनाई अपनी उपलब्धियां

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। आज राज्यसभा में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस को निशाने पर रखा और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने आपातकाल का भी एक बार जिक्र किया। पीएम ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण प्रेरक और प्रभावी था और हम सब के लिए आगे के काम करने का मार्गदर्शन भी था। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पक्षों के सांसदों ने यहां राष्ट्रपति के भाषण पर अपने विचार व्यक्त किए और जिस तरह से इसकी व्याख्या की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बहुत बड़ी गलती होगी। यह उनकी सोच से परे है और यह उनके रोडमैप के अनुरूप भी नहीं है क्योंकि पूरी पार्टी केवल एक परिवार के लिए समर्पित है। पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के मॉडल में परिवार पहले सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में हर चीज में तुष्टिकरण होता था। यह उनका राजनीति करने का तरीका था। उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार सेवा के लिए हमें चुनने के लिए देश का आभारी हूं। भारत के लोगों ने हमारी प्रगति की नीति को परखा है और हमें वादों को पूरा करते हुए देखा है। हमने लगातार ‘राष्ट्र प्रथम’ के आदर्श के साथ काम किया है। उन्होंने कहा कि पांच-छह दशकों तक देश के लिए कोई वैकल्पिक मॉडल नहीं था। २०१४ के बाद देश को शासन का एक वैकल्पिक मॉडल मिला है। यह नया मॉडल तुष्टिकरण पर नहीं बल्कि संतुष्टि पर केंद्रित है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज समाज में जाति का जहर फैलाने की कोशिश की जा रही है। कई सालों से सभी पार्टियों के ओबीसी सांसद ओबीसी पैनल को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी मांग खारिज कर दी गई, क्योंकि यह कांग्रेस की राजनीति के अनुकूल नहीं हो सकता था। लेकिन हमने इस पैनल को संवैधानिक दर्जा दिया। मोदी ने कहा कि भारत के पास जो समय है, उसके पल-पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए, जन-सामान्य के लिए हो। इसके लिए हमने परिपूर्णता का अप्रोच अपनाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो योजना बनें, जिनके लिए बनें, उनको उसका शत-प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। किसी को दिया, किसी को नहीं दिया, उस स्थिति से बाहर आकर परिपूर्णता के अप्रोच की ओर हमारे काम को हमने आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमने दिव्यांगों के लिए आरक्षण का विस्तार किया। हमने दिव्यांगों के लिए मिशन मोड में काम किया। हमने दिव्यांगों के लिए न सिर्फ कई योजनाएं बनार्इं, बल्कि उनका क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया। हमने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए कानूनी अधिकार भी सुनिश्चित किए। इससे यही पता चलता है कि हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के आदर्श पर जीते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र से प्रेरित होकर सामान्य वर्ग के गरीबों को १०प्रतिशत आरक्षण दिया।
मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर से नफरत करती थी इसकी पुष्टि के लिए कई दस्तावेज़ हैं। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि डॉ. अम्बेडकर को दो बार चुनावों में हार मिले। उन्होंने कभी भी उन्हें भारत रत्न के लिए नहीं माना। इस देश के लोगों ने देश के लिए बाबा साहब के योगदान का सम्मान किया है और तब आज कांग्रेस को मजबूरन ‘जय भीम’ बोलना पड़ रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की विकास यात्रा में नारीशक्ति के योगदान को कोई नकार नहीं सकता। लेकिन अगर उनको अवसर मिले और वो नीति-निर्धारण का हिस्सा बनें तो देश की प्रगति में और गति आ सकती है। इस बात को ध्यान रखते हुए हमने इस नए सदन के पहले निर्णय के रूप में ‘नारीशक्ति अधिनियम’ पारित कराया।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में, हमने समाज के कई छोटे वर्गों, जैसे चमड़ा और जूता उद्योग, को छुआ है। इससे हमारे समाज के गरीब लोगों को फायदा होगा। उदाहरण के लिए, खिलौना उद्योग ज्यादातर गरीबों को रोजगार देता है।

