पलट प्रवाह से हाँफ रही काशी, बुधवार को प्रशासन की अग्नि परीक्षा

वाराणसी, जनमुख न्यूज। काशी में महाकुंभ का पलट प्रवाह मंगलवार को भी देखने को मिल रहा है। रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन से लेकर गंगा घाट ही नहीं काशी की अनेक गलियां भी श्रद्धालुओं की भीड़ पटी हुई। काशी के सभी प्रवेश द्वार पर खास तौर पर प्रयागराज से आने वाले मार्ग पर भी वाहनों के काफिले के चलते लंबा जाम देख जा रहा है। यूपी ६५ नंबर की गाड़ियों के शहर में प्रवेश पर पांबदी के बाद भी शहर के अंदर ज्यादातर चार पहिया वाहन दूसरे प्रदेशों के ही नजर आ रहे हैं। काशी पहुंच रहे लोग गंगा स्नान के बाद विभिन्न मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए पहुंच रहे हैं।

इस बीच बुधवार को माघ पूर्णिमा पर गंगा में स्नान के लिए और संत रविदास जयंती में भाग लेने के लिए भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु रात से ही काशी पहुंचने लगेंगे। साथ ही बुधवार को माघ पूर्णिमा का स्नान कर प्रयागराज से लौटने वाले श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह भी तेज होगा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन भी पूरी ताकत झोके हुए है। जिलाधिकारी स्वयं सड़कों पर उतर कर स्थिति का मुआयना कर रहे हैं। पुलिस कमिश्नरेट के आलाधिकारी में मोर्चा संभाले हुए हैं। गोदौलिया क्षेत्र को एकल जोन घोषित कर दिया गया है। ड्रोन से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। गंगा घाट पर आने वाले अधिकतर श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के करने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए वाराणसी पहुंचे हैं।
मंगलवार दोपहर तक काशी में घाट से लेकर मंदिर तक श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई है। वहीं बुधवार को रविदास जयंती कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने से बुधवार और गुरुवार का दिन प्रशासन के लिए अग्नि परीक्षा का दिन साबित होगा। क्योकि प्रयागराज लाखों श्रद्धालुओं के काशी पहुंचने के साथ – साथ संत रविदास जयंती के लिए भी करीब १५-२० लाख श्रद्धालु काशी पहुंचेगे। अब तक पांच लाख श्रद्धालु संत रविदास जन्म स्थली सीर पहुंच चुके हैं।


