पकड़ा गया पुणे दुष्कर्म का आरोपी, महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल

मुंबई, जनमुख न्यूज। पुणे में एक बस में हुई दुष्कर्म की घटना के आरोपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दत्तात्रेय रामदास गाडे नामक आरोपी घटना के बाद से तीन दिन से फरार था। उस पर एक लाख रुपए का इनाम भी रखा गया था। आरोपी को पुणे क्राइम ब्रांच ने शिरुर तहसील के एक गांव से उस समय गिरफ्तार किया जब वह एक घर में खाना और पानी मांगने गया था।
मालूम हो कि हिस्ट्रीशीटर दत्तात्रेय मंगलवार की सुबह पुणे के स्वारगेट बस स्टेशन पर राज्य परिवहन की बस के अंदर २६ वर्षीय महिला का यौन उत्पीड़न करने के बाद अपने पैतृक स्थान शिरुर भाग गया था। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था, लेकिन पुलिस उसके गांव तक पहुंचने में कामयाब रही। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी का पता लगाने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल किया। वह अपने पैतृक शिरुर तहसील में एक धान के खेत में छिपा हुआ था। उसे आधी रात के आसपास खाने और पानी मांगने जब वह एक घर में गया तो गृहस्वामी ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पहले से आरोपी की तलाश में गांव में डेरा डाले क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुणे सिटी पुलिस के जोन २ के डीसीपी स्मार्टाना पाटिल ने बताया कि आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी मंगलवार को हुई घटना के बाद से फरार था।
एक अधिकारी ने बताया कि पुणे पुलिस ने गुरुवार को आरोपी को पकड़ने के लिए गुनात गांव में ड्रोन और डॉग स्क्वॉड तैनात किए। १३ टीमें भी तलाशी अभियान का हिस्सा थीं। संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा ने भी गांव का दौरा किया और अपने अधिकारियों को जानकारी दी।
आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उठ रही मांग
बस के अंदर एक महिला के साथ कथित बलात्कार मामले को लेकर महाराष्ट्र और उसके बाहर भी जहां राजनीति तेज हो गई वहीं तमाम सामाजिक बौद्धिक तबके ने भी ऐसी घटना पर खुल कर अपना विरोध जताया और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने भी मसले पर बोलते हुए कहा कि ‘निर्भया’ घटना के बाद कानूनों में बहुत सारे बदलाव किए गए, हालांकि, हम केवल कानून बनाकर ऐसी घटना को नहीं रोक सकते। चंद्रचूड़ ने कहा कि समाज पर बड़ी जिम्मेदारी है और इसके अलावा कानूनों का क्रियान्वयन भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए बने कानूनों को सही ढंग से लागू किया जाना चाहिए। महिलाएं जहां भी जाएं उन्हें सुरक्षित महसूस करना चाहिए। जरूरी है कि ऐसे मामलों में उचित जांच, कड़ी कार्रवाई, त्वरित सुनवाई और सजा हो। क़ानून व्यवस्था और पुलिस की बड़ी ज़िम्मेदारी है।
उधर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। जबकि शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि अगर राज्य में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी की सरकार होती तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला नेता अब तक राज्य मुख्यालय मंत्रालय के बाहर हंगामा कर रही होतीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जवाब मांगना चाहिए जो पुणे के संरक्षक मंत्री भी हैं।

