मैं तानाशाही समझूं या इमरजेंसी, पुलिस ने रोका तो भड़के अखिलेश

लखनऊ, जनमुख न्यूज। ईद के अवसर पर लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव को पुलिस ने आधे घंटे तक रोके रखा जिस पर सपा मुखिया पुलिस पर विफर पड़े और रोकने की वजह पूछी। काफी हुज्जत के बाद पुलिस ने उन्हें जाने दिया, जिस पर अखिलेश ने कहा कि मुझे आधे घंटे तक रोके रखा गया इसे मैं इसे क्या समझूं? तानाशाही या इमरजेंसी। क्या ऐसा दबाव इसलिए बनाया जा रहा है कि हम दूसरे लोगों के समारोह में शामिल न हों? मुझे भी याद है कि मैं पहली बार पिताजी (मुलायम यादव) के साथ यहां आया था। तब से हर साल यहां आता हूं और लोगों को बधाई देता हूं। बीजेपी यह देश संविधान से नहीं चला रही है।
उन्होंने कहा कि जब मैं यहां आ रहा था तो जानबूझकर पुलिस ने मुझे रोक लिया। आधे घंटे तक मैंने बातचीत की। इसके बाद मुझे आगे जाने दिया गया।
निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश मुद्दे पर अखिलेश ने कहा कि सीएम का सबसे प्रिय अधिकारी लापता है। भगोड़ा साबित हो गया है। मुझे किसी से जानकारी मिली है कि वह आईएएस अधिकारी सीएम आवास में छिपा हुआ है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार सिर्फ चुनावी फायदे के लिए फैसले ले रही है। लोगों को मुद्दों से भटकाने का काम कर रही है। यह सरकार इज ऑफ डूइंग करप्शन, इज ऑफ डूइंग एंड टेकिंग कमीशन, इज ऑफ डूइंग घोटाला को छिपा रही है। इस सरकार में जनता की कोई सुनवाई नहीं हो रही। पुलिस-प्रशासन से लेकर मीडिया तक को खरीदने की कोशिश हो रही है।
वक्फ बिल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि देश के ज्यादातर दल वक्फ बिल के खिलाफ है। सपा भी इस बिल का विरोध करती है और ये बिल जब सदन में आएगा इसका विरोध किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश, देश और दुनिया के सभी लोगों को मैं बहुत-बहुत मुबारकबाद देता हूं। ईद का त्योहार हम सभी एक-दूसरे से गले मिलकर खुशी के साथ मनाते हैं और उम्मीद करते हैं कि हम सब गले मिलकर एक-दूसरे का सम्मान करें। यही हमारे देश की खूबसूरती है, जहां अलग-अलग धर्मों के रास्ते पर चलने वाले लोग एक साथ मिलकर रहते हैं।
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और पूर्व डिप्टी सीएम व राज्यसभा सदस्य डॉ. दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सभी को प्रदेश सरकार की तरफ से ईद की मुबारकबाद दी।

