वक्फ संशोधन विधेयक पर सोनिया गांधी का सरकार पर तीखा हमला

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे जबरन पास कराया गया विधेयक बताते हुए कहा कि यह संविधान पर हमला है और समाज को ध्रुवीकृत करने की भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।
विधेयक पारित कराने में जल्दबाजी का आरोप
सोनिया गांधी ने कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहा कि लोकसभा में यह विधेयक जबरन पारित कराया गया और अब इसे राज्यसभा में पेश किया जा रहा है। उन्होंने मोदी सरकार पर देश को रसातल में धकेलने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार शिक्षा, नागरिक अधिकार, स्वतंत्रता और चुनावी प्रक्रिया को कमजोर कर रही है।
‘संविधान केवल कागजों पर रह जाएगा’
उन्होंने चेतावनी दी कि मौजूदा हालात में संविधान केवल कागजों पर रह जाएगा, क्योंकि सरकार का इरादा इसे भी कमजोर करने का है। उन्होंने पार्टी सांसदों से अपील की कि वे सरकार की विफलताओं को उजागर करें और भाजपा की नीतियों का पुरजोर विरोध करें।
‘सरकार हर चीज पर नजर रखना चाहती है’
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार हर चीज पर नजर रखना चाहती है और जनता के अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सत्तापक्ष संसद में व्यवधान उत्पन्न कर रहा है।
‘भाजपा शासित राज्यों की विफलताओं को उजागर करें’
उन्होंने कांग्रेस सांसदों से आह्वान किया कि वे भाजपा शासित राज्यों की विफलताओं और कुशासन को आक्रामक तरीके से सामने लाएं, ताकि सत्ताधारी पार्टी के झूठ बेनकाब किए जा सकें।
‘2004-2014 की उपलब्धियों को रीब्रांड कर रही मोदी सरकार’
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर 2004-2014 के दौरान कांग्रेस सरकार की नीतियों को अपनी उपलब्धि के रूप में रीब्रांड और मार्केट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपनी सार्वजनिक संपर्क गतिविधियों के माध्यम से इस सच्चाई को उजागर करना चाहिए।

