“धनवर्षा के नाम पर तंत्र विद्या का काला खेल: अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़, यौन शोषण-तस्करी का भी खुलासा”

लखनऊ, जनमुख न्यूज़। उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें तंत्र विद्या के नाम पर यौन शोषण, मानव तस्करी और ब्लैकमेलिंग जैसे संगीन अपराधों को अंजाम दिया जा रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के एक अहम सदस्य और मथुरा की एक निजी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रह चुके दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसोदिया को गिरफ्तार किया है, जो ‘धनवर्षा गैंग’ का सक्रिय हिस्सा था।
गिरफ्तार हुआ ‘फर्जी प्रोफेसर’: तंत्र के नाम पर फॉर्म, फीता और शोषण
दशरथ सिंह लड़कियों को गैंग में शामिल करने से पहले उनसे अजीबोगरीब फॉर्म भरवाता था और उनकी लंबाई फीते से नापता था। उसके मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो, चैट और तस्वीरें बरामद हुई हैं, जिनमें कई लड़कियों की निर्वस्त्र अवस्था में तंत्र क्रिया के नाम पर वीडियो रिकॉर्डिंग की गई थी।
गिरोह का मास्टरमाइंड लाखन निकला, फर्जी तांत्रिक बनकर करता था धोखाधड़ी
मामले की शुरुआत 21 मार्च को उस समय हुई, जब संभल के गांव बमनपुरी निवासी राजपाल ने पुलिस को सूचना दी कि वह अपनी मां के कमर दर्द के इलाज के लिए गांव के ही लाखन और रिंकू के संपर्क में आया। लाखन ने खुद को तांत्रिक बताया और राजपाल को अपने साथ एटा, फिर आगरा ले जाकर बंधक बना लिया। जैसे-तैसे भागकर राजपाल घर पहुंचा और पुलिस को शिकायत दी।
तंत्र क्रिया के नाम पर यौन शोषण, वन्य जीवों की तस्करी और लाखों की ठगी
पुलिस की विवेचना में खुलासा हुआ कि यह गिरोह युवतियों और युवकों को ‘धनवर्षा’ यानी नोटों की बारिश का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था। गिरोह के पास से कछुआ, हथियार, तंत्र सामग्री और प्रतिबंधित जानवर भी बरामद किए गए हैं। तंत्र क्रिया के लिए ये लोग युवतियों को एकांत में ले जाकर वीडियो बनाते और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर शोषण करते।
14 आरोपी गिरफ्तार, गैंग के मोबाइल से चौंकाने वाले सबूत
28 मार्च को पुलिस ने गैंग के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। अब तक की जांच में यह भी पता चला है कि गिरोह दुर्लभ जानवरों जैसे दो मुंह वाले सांप, विशेष उल्लू, पुराने सिक्के और यहां तक कि ‘विशेष जन्म वाले’ लोगों को भी तंत्र क्रिया में शामिल करने का बहाना बनाता था।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, कई राज़ आए सामने
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई और एएसपी अनुकृति शर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि गिरोह के कई सदस्यों के मोबाइल से लड़कियों के अश्लील वीडियो, फोटो और गैंग के कोडवर्ड में की गई बातचीत मिली है। गिरोह के सदस्य खुद को ‘गुरु’ और ‘कारीगर’ बताकर पीड़ितों पर तंत्र क्रिया का नाटक करते और फिर उनका यौन शोषण करते थे।
यह मामला सिर्फ एक ठगी नहीं, बल्कि अंधविश्वास और तंत्र विद्या के नाम पर इंसानियत को शर्मसार करने वाला जघन्य अपराध है। पुलिस अभी भी पूरे गिरोह की जड़ तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हुई है।

