काशी में विकास और विरासत का संगम: पीएम मोदी ने 3900 करोड़ की 44 योजनाओं का किया लोकार्पण-शिलान्यास, बोले- काशी अब सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में अपने भाषण की शुरुआत “हर हर महादेव” के उद्घोष से की और भोजपुरी में काशीवासियों को संबोधित करते हुए कहा, “काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम।” उन्होंने काशी के लोगों के प्रेम और आशीर्वाद को अपना कर्ज बताया और कहा कि काशी उनके लिए सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि उनका परिवार है।
पीएम मोदी ने संकट मोचन मंदिर में दर्शन करने को सौभाग्य बताया और कहा कि हनुमान जन्मोत्सव से पहले काशी की जनता विकास का उत्सव मना रही है। उन्होंने बीते 10 वर्षों में बनारस के तेज़ विकास की सराहना करते हुए कहा कि काशी ने आधुनिकता को अपनाया है, विरासत को संजोया है और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में अग्रसर है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी अब पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में है। उन्होंने 39 विकास योजनाओं के लाभों का ज़िक्र करते हुए पूर्वांचल के लोगों को बधाई दी। इस मौके पर उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती का उल्लेख करते हुए नारीशक्ति के सशक्तिकरण की दिशा में उनके योगदान की भी सराहना की।
उन्होंने ‘लखपति दीदी’ योजना और बनास डेयरी के प्रयासों का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे ये योजनाएं पूर्वांचल की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही हैं। भारत के डेयरी क्षेत्र की प्रगति का ज़िक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देश आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बन चुका है और इसमें 10 वर्षों में 65% की वृद्धि हुई है।
पीएम मोदी ने आयुष्मान योजना की सफलता की चर्चा करते हुए कहा कि अब बुजुर्गों को इलाज के लिए जमीन बेचने या दर-दर भटकने की जरूरत नहीं है। वाराणसी में अब दिल्ली-मुंबई जैसे अस्पतालों जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने शहर की कनेक्टिविटी में हुए सुधारों पर भी प्रकाश डाला और बताया कि पिछले एक दशक में 45 हजार करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी और आसपास के इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया गया है। उन्होंने फुलवरिया फ्लाईओवर, रिंग रोड, अंडरग्राउंड टनल और नए पुलों की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सब सुविधाएं बनारस की तस्वीर को बदल रही हैं।
प्रधानमंत्री ने वाराणसी में रोप-वे प्रोजेक्ट और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी बात की और कहा कि 2036 के ओलंपिक की तैयारियों में काशी के युवाओं की भूमिका अहम होगी।
उन्होंने कहा कि भारत आज विकास और विरासत को साथ लेकर चल रहा है और काशी इसका सबसे बेहतरीन मॉडल बन रही है। पीएम ने काशी-तमिल संगमम, एकता मॉल और जीआई टैग से जुड़े उत्पादों की सराहना की और बताया कि यूपी अब जीआई टैगिंग में पूरे देश में नंबर वन है।

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने रमेश कुमार को बनारसी शहनाई, अनिल कुमार को बनारस मेंटर कास्टिंग क्राफ्ट और थारू जनजाति की छिद्दो को थारो एंब्रॉयडरी के लिए जीआई टैग सर्टिफिकेट दिया। उन्होंने 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अपने हाथों से आयुष्मान कार्ड भी सौंपे।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मंच से काशी के कायाकल्प की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने काशी को 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं दी हैं और आज 4 हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास हुआ है।

