बड़ा का खुलासा: वाराणसी में तैनात पुलिस आरक्षी आजमगढ़ में चलाता था टप्पेबाजी गैंग, छह गिरफ्तार,

आजमगढ़, जनमुख न्यूज़। जनपद के बरदह थाना पुलिस ने टप्पेबाजी की बड़ी वारदात का पर्दाफाश करते हुए राजागंज बाजार के पास से गिरोह के सरगना समेत छह शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग में एक आरक्षी अर्जुन भी शामिल है, जो वर्तमान में वाराणसी के राजातालाब थाने में तैनात है, लेकिन आजमगढ़ में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 85,000 रुपये नकद, तीन मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की गई है। ये गिरोह आम जनता को असली नोटों को फर्जी बताकर और रुपये तिगुना करने का झांसा देकर ठगी करता था।
फैजुल्लाहपुर गांव निवासी क्षमानंद यादव ने पुलिस को बताया कि 13 अप्रैल को गोसाईगंज बाजार में दो अजनबियों ने उनसे संपर्क किया और रुपये तिगुना करने का लालच दिया। 16 अप्रैल को क्षमानंद 95,000 रुपये लेकर राजागंज बाजार पहुंचे, जहां दो व्यक्ति उन्हें पिछौरा गांव की ओर ले गए। उसी दौरान एक बाइक पर पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति पहुंचा और क्षमानंद के हाथ से रुपयों से भरा बैग छीनकर भाग गया।
घटना के बाद क्षमानंद ने डायल 112 पर सूचना दी, जिसके आधार पर बरदह थाने में मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए त्रिवेणी मोड़ से गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में बागपुर गांव निवासी आरक्षी अर्जुन, कंजहित गांव निवासी शंकर उर्फ उमाशंकर, राम हरख (गिरोह का मास्टरमाइंड), कमरावा गांव निवासी अरविंद गौतम, अरारा गांव निवासी प्रदीप और कोसइला गांव निवासी रामाशीष शामिल हैं।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी असली नोटों पर कब्ज दूर करने वाले बैद्यनाथ कैप्सूल का पाउडर लगाकर उन्हें नकली साबित करते थे। पानी डालने पर नोट गुलाबी हो जाते, जिससे लोग धोखा खा जाते थे। फिर सुनसान जगह बुलाकर वर्दी में अर्जुन उन्हें धमकाता और रुपये लेकर फरार हो जाता था। डर के मारे अधिकतर पीड़ित शिकायत नहीं करते थे।
थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मामले की गहन जांच जारी है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।

