विले पार्ले में BMC ने 90 साल पुराने जैन मंदिर को ढहाया, जैन समुदाय में आक्रोश, विरोध में निकाली गई रैली

मुंबई, जनमुख न्यूज़। विलेपार्ले इलाके में स्थित 90 साल पुराने पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने 16 अप्रैल को तोड़ दिया, जिससे जैन समुदाय में आक्रोश फैल गया है। मंदिर के ध्वस्तीकरण के विरोध में शनिवार सुबह एक शांतिपूर्ण रैली आयोजित की गई, जिसमें मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, विधायक पराग अलवाणी, जैन संतों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग लिया। सभी ने मिलकर इस कार्रवाई के खिलाफ आवाज़ उठाई और आगे की रणनीति पर विचार किया।
मंदिर, कांबलीवाड़ी में स्थित नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी के भीतर चैतलया परिसर में था। ट्रस्टी अनिल शाह के अनुसार, यह संरचना 1960 के दशक की है और इसे BMC की अनुमति से जीर्णोद्धार कराया गया था। शाह ने दावा किया कि सरकार की नीति के अनुसार, ऐसी संरचनाओं को नियमित किया जा सकता है, जिसके लिए उन्होंने BMC को आवश्यक प्रस्ताव भी सौंपा था।
BMC ने मंदिर गिराने से पहले प्रबंधन समिति को नोटिस जारी किया था, जिसे लेकर ट्रस्टियों ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया था। मामले की सुनवाई 18 अप्रैल को होनी थी, लेकिन उससे एक दिन पहले ही BMC की टीम ने कार्रवाई करते हुए मंदिर को गिरा दिया। ट्रस्टियों का कहना है कि उन्होंने निगम अधिकारियों से अदालत के फैसले तक रुकने का अनुरोध किया था, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।
जैन समुदाय का आरोप है कि ध्वस्तीकरण के दौरान मंदिर की धार्मिक पुस्तकें और पूजन सामग्री भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। ट्रस्टियों ने यह भी दावा किया कि यह कार्रवाई एक स्थानीय होटल व्यवसायी के दबाव में की गई है। जैन समाज इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच की मांग कर रहा है और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की अपेक्षा कर रहा है।
मंदिर गिराए जाने से पहले जैन बंधुओं ने वहां आरती की और फिर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने यह जानना चाहा कि आखिर किसके आदेश पर यह कार्रवाई की गई। वहीं, BMC की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
फिलहाल मुंबई महानगरपालिका का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार के पास है। केंद्र में और महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार होने के बावजूद, इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में असंतोष है। इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रही है।


