महिला सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्ष का प्रदर्शन, पीएम कार्यालय जाने की नहीं मिली अनुमति तो फाड़ा ज्ञापन

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय जा रहे कांग्रेस, सपा और वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा रोके जाने पर अपना फाड़ कर विरोध जताया।
वाराणसी में हाल ही में सामने आए गैंगरेप और शहर के हुक्काबार व स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट के मामलों को लेकर कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विरोध की शुरुआत भदैनी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई की जन्मस्थली से दोपहर 12 बजे हुई। जहाँ कांग्रेस के साथ सपा और वाम दलों के कार्यकर्ता जुटे थे।
प्रदर्शनकारियों का काफिला जब प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र कार्यालय की ओर बढ़ा, जो वहां से करीब 300 मीटर दूर था, तब पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी झड़प भी हुई।
समाजवादी पार्टी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं सबसे असुरक्षित हैं और महिला अपराध के मामलों में राज्य शीर्ष पर है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें पीएम कार्यालय तक नहीं पहुंचने दिया।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में लगातार महिला उत्पीड़न और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। साथ ही शहर में अवैध हुक्काबार और स्पा सेंटरों की आड़ में सेक्स रैकेट भी फल-फूल रहे हैं, जिनके खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया।
लेकिन भारी पुलिस फोर्स ने उन्हें गुरु धाम चौराहे पर रोक लिया। प्रधानमंत्री जन संपर्क ले जाकर ज्ञापन नहीं देने दिया गया जिसके बाद हमने वहीं पर ज्ञापन फाड़ने का निर्णय किया। हम लोग यहां से वापस चले जाएंगे और हम लोग आगे अगली रणनीति तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि हम लोग आगे इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
गौरतलब है कि लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र में दर्ज गैंगरेप के एक मामले में पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। FIR के अनुसार, पीड़िता के साथ कई दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर दुष्कर्म हुआ। मामले की जांच जारी है।


