पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का सख्त रुख: सिंधु जल संधि स्थगित, पाक अधिकारियों को किया गया निष्कासित

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इस बैठक में 26 पर्यटकों की हत्या और 17 के घायल होने की जानकारी दी गई। हमले में मारे गए लोगों में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं।
बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि CCS ने इस क्रूर हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई। घायल पर्यटकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की गई।
हमले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने निम्नलिखित कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया:
1-सिंधु जल संधि (1960) को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। यह तब तक निलंबित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना पूरी तरह बंद नहीं करता।
2-अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को फौरन बंद किया जाएगा। 1 मई 2025 से पहले वैध रूप से भारत आए लोग इसी रास्ते से लौट सकते हैं।
3-पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत यात्रा की अनुमति नहीं होगी। पहले से जारी SPES वीजा रद्द माने जाएंगे। भारत में मौजूदा पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।
4-नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित किया गया है। उन्हें भारत छोड़ने के लिए 7 दिन का समय मिला है।
5-भारत ने अपने सैन्य सलाहकारों को इस्लामाबाद से वापस बुलाने का फैसला किया है, और इन पदों को फिलहाल शून्य कर दिया जाएगा।
विदेश सचिव ने कहा कि CCS ने सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा की और सभी सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस जघन्य हमले के अपराधियों और उनके प्रायोजकों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
बैठक करीब ढाई घंटे चली, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
पहलगाम की बायसरन घाटी में हुए इस आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सेना, एनआईए और अन्य एजेंसियां सतर्क हैं और आतंकियों की तलाश के लिए ड्रोन व हेलिकॉप्टर से निगरानी जारी है।

