जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2024-25: लेफ्ट गठबंधन का दबदबा कायम, एबीवीपी ने भी दिखाई मजबूत चुनौती

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) चुनाव 2024-25 के नतीजों में लेफ्ट गठबंधन ने एक बार फिर अपना वर्चस्व साबित किया है। प्रेसिडेंट समेत चार प्रमुख पदों में से तीन पर आइसा-डीएसएफ गठबंधन ने जीत दर्ज की, जबकि एबीवीपी ने संयुक्त सचिव का पद अपने नाम किया।
25 अप्रैल को हुए मतदान में लगभग 70 फीसदी छात्रों ने भाग लिया था। करीब 5,500 छात्रों ने वोट डाले, जिसमें आइसा-डीएसएफ, एबीवीपी और एनएसयूआई-फ्रेटरनिटी गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला।
वोटों की गिनती के दौरान शुरुआत में एबीवीपी के उम्मीदवार चारों केंद्रीय पदों पर आगे थे, जिससे जेएनयू में पारंपरिक वामपंथी प्रभाव को एक मजबूत चुनौती मिली। हालांकि अंत में एबीवीपी को प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट और जनरल सेक्रेटरी पदों पर हार का सामना करना पड़ा, वह भी बेहद कम अंतर से, जो कैंपस में संभावित बदलाव का संकेत देता है।
चुनाव परिणामों के अनुसार, आइसा के नीतीश कुमार ने अध्यक्ष पद पर 1702 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि एबीवीपी की शिखा को 1430 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर डीएसएफ की मनीषा विजयी रहीं और महासचिव पद पर डीएसएफ की ही मुंतेहा फातिमा ने बाजी मारी। एबीवीपी के वैभव मीणा ने संयुक्त सचिव पद पर 1518 वोट पाकर जीत हासिल की।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि वह छात्रों के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। उपाध्यक्ष मनीषा ने इस जीत को विश्वविद्यालय को समर्पित करते हुए कहा, “जेएनयू लाल था और लाल ही रहेगा।” वहीं, संयुक्त सचिव वैभव मीणा ने कहा कि यह जीत एक दशक बाद मिली है और अगले चुनाव में एबीवीपी चारों पद जीतने का लक्ष्य रखेगी।

