बेरहम बेटों की बर्बरता, पिता को ही पीट-पीट कर मार डाला

लखनऊ, जनमुख न्यूज। औरैया जनपद से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां बीमार रिश्तेदार को देखने जा रहे इटावा के किसान रविंद्र यादव की उनके दो बेटों ने अपनी बुआ के बेटे के साथ मिलकर हत्या कर दी। हत्या से पहले तीनों लोग बाइक सवार किसान को मारपीट कर बिना नंबर वाली कार में अगवा कर ले गए थे।
बाइक सवार रिश्तेदार की सूचना पर स्वाट टीम ने पीछा कर जयसिंहपुर स्थित पेट्रोल पंप के पास से तीनों को पकड़ा। कार में बुरी तरह घायल मिले रविंद्र को सीएचसी एरवाकटरा में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस किसान के दोनों बेटों और किसान के भांजे को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मामला जमीन के विवाद का बताया जा रहा है।
इटावा के सिविल लाइन थाना के गांव नगला महाजीत निवासी रविंद्र यादव (५०) पुत्र गेंदालाल कुदरकोट के रठा गांव निवासी मामा स्व. मिलाप सिंह के यहां रहते थे। वह रविवार की सुबह गांव के ही रिश्तेदार विवेक कुमार के साथ बाइक से भरथना (इटावा) निवासी बहनोई कायम सिंह के बीमार भाई को देखने जा रहे थे।
सुबह आठ बजे के करीब वैवाह बंबे और चंहैया गांव के बीच में पीछे से आई एक बिना नंबर की कार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। जिससे वह दोनों बाइक से गिर गए। इसके बाद कार सवारों ने दोनों से मारपीट की और रविंद्र को कार में डालकर साथ ले गए। अपहरण की सूचना पर पहुंचे एएसपी आलोक मिश्रा, सीओ बिधूना पी. पुनीत मिश्रा ने तीन टीमों के साथ किसान की तलाश शुरू की।
किसान को लेकर भाग रहे आरोपियों की कार को स्वाट टीम ने एरवाकटरा थाना क्षेत्र के जयसिंहपुर स्थित पेट्रोल पंप के पास घेराबंदी कर पकड़ लिया। पुलिस ने कार से रवि को घायल हालत में बरामद किया। उनकी नाक से खून निकल रहा था, साथ ही पैरों पर भी काफी चोट के निशान थे। पुलिस ने कार से मृतक के बेटे आदेश, नवीन और उनकी बुआ के बेटे अंकित निवासी बकुआ अछल्दा को हिरासत में ले लिया।
पुलिस घायल को सीएचसी एरवाकटरा में उपचार के लिए ले गई। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। एसपी अभिजित आर शंकर ने बताया कि घायल विवेक की बहन रूबी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों ने पूछताछ की जा रही है। घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में तीन टीमें दबिश दे रहीं हैं। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
किसान रविंद्र यादव की हत्या के पीछे उनके ही दोनों बेटों और भांजे का हाथ रहा। बेटों का कहना है कि उन्हें पिता का प्यार नहीं मिला, इसी वजह से उन्हें मार डाला। पुलिस की हिरासत में उन्होंने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया है। बेटों का आरोप है कि पिता के अवैध संबंध थे। वहीं, रिश्तेदारों ने जमीन के लालच में बेटों व उसके भांजे पर रविंद्र को अगवा कर हत्या करने का आरोप लगाया है। मामले में आरोपियों का एक साथी भी शामिल बताया जा रहा है।
इटावा के नगला महाजीत निवासी रविंद्र यादव (५०) पिछले २० वर्षों से अपने मामा स्व. मिलाप सिंह के यहां रह रहे थे। आरोप है कि वह घर नहीं जाते थे और न परिवार का भरण पोषण करते थे। इससे उनके बेटे नाराज रहते थे। बेटों के अनुसार रिश्तेदारी में अवैध संबंध के चलते पिता से प्यार नहीं मिला। इसी वजह से बेटे आदेश और नवीन ने अपनी बुआ के बेटे अंकित निवासी बकुआ अछल्दा व साथियों के साथ मिलकर पिता को अगवा कर हत्या की साजिश रच डाली।

