युद्ध की स्थिति से कैसे निपटे?, मॉक ड्रिल में लोगों को किया जाएगा जागरुक

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को सर्किट हाउस सभागार में बैठक हुईं। जिसमें संभावित युद्ध एवं किसी भी आकस्मिक स्थिति में जान माल की सुरक्षा के साथ ही कम से कम हानि होने के दृष्टिगत सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराकर लोगों को जागरूक किए जाने पर विशेष जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने आठ बिंदुओं पर मॉक ड्रिल करने हेतु निर्देशित किया। एयर रेड वार्निंग सिस्टम, हाट लाइन रेडियो कम्यूनिकेशन, कंट्रोल रूम कैसे बनाएं जाएंगे, सिविल डिफेंस ट्रेनिंग, फ्लोर सर्विस, सिविल डिफेंस एक्टिवेशन, ब्लैक आउट आदि पर चर्चा की।
उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा जितेन्द्र देव सिंह ने सिविल डिफेंस की कार्य प्रणाली की जानकारी सहित विभाग द्वारा नियुक्त पदाधिकारी, स्वयंसेवकों की संख्या आदि की जानकारी देते बताया कि मुख्यालय सेवा में 4 में 3, संचार सेवा में 100 में 100, सिविल डिफेंस वार्डेन सेवा में 1188 में 916, फर्स्ट एड टीम प्रशिक्षण सेवा में 31 लोग शामिल हैं। जिले में 12 सहायक उप नियंत्रक में मात्र दो ही है। प्रशिक्षकों की संख्या कम होने के कारण टीचर्स को नामित किया गया है। बचाव सेवा 240 में 240, कल्याण सेवा 445 में 45 शामिल है। समय समय पर स्कूल कालेज और जनता को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाता है। नागपुर में ट्रेनिंग सेंटर है।
जिलाधिकारी ने कहा कि मास्टर ट्रेनर की व्यवस्था करवा लें। पोस्ट वार्डेन स्तर के लोगों को कम्यूनिकेशन ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाय।उन्होने कहा कि सामानों की सूची तैयार कर लें, जो कमी है। रिक्रुटमेंट की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि डिवीजन और स्कूल/कालेजों में माकड्रिल करना है। स्कूल में छात्र-छात्राओं को बेसिक ट्रेनिंग देना है। जिला विद्यालय निरीक्षक के अनुसार 129 उच्च विद्यालय और 569 स्कूल है। जिसमे बुधवार को सिविल डिफेंस की ओर से एक-एक घंटे का बेसिक प्रशिक्षण सीपीआर,चोंगकिंग, बेहोश आदमी को रेस्क्यू आदि की ट्रेनिंग छात्रों को दी जाएगी। इसमें एनडीआरएफ टीम का सहयोग लिया जा सकता है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि एयर वार्निंग सिस्टम से एयर रेड के लिए संदेश आता है। उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा ने कहा कि हाट लाइन सिस्टम है मैपिंग होना चाहिए। पहले मैपिंग था,दो मिनट तक ऊंची-नीची आवाज में सायरन बजाते थे, एक जैसी आवाज में सायरन बजते थे। उप नियंत्रक ने बैठक में अवगत कराया कि पहले की अपेक्षा वर्तमान में कापर से फाइबर लाइन आ चुकी है। एक बटन से सभी एक साथ बजते थे। सायरन की उपलब्धता हेतु जिलाधिकारी ने सिविल डिफेंस डायरेक्टर को पत्र भेजने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने नगर निगम से सायरन के बारे में पूछा।
पुलिस विभाग ने बताया कि उनके यहां पीएं सिस्टम 32 लगे हैं जो 21 नं पर कार्य करता है। एसआरओ ने बताया कि 30 काम कर रहे हैं, जबकि दो सही नहीं है। बीएलडब्लू सिविल डिफेंस की ओर से बताया गया कि उनके यहां 100 मेंबर है। डे टू डे विकली ट्रेनिंग की व्यवस्था है। कल मॉक ड्रिल की भी प्लानिंग की गई है। डिप्टी चीफ मैकैनिकल ने बताया कि डीएलडब्ल्यू में ट्रेनिंग की भी व्यवस्था है।लोग विकली ट्रेनिंग करते रहते हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को केंद्रीय विद्यालय पर अवेयरनेस प्रोग्राम, शाम पांच बजे गुमटी मार्केट आदि कार्य आयोजित होंगा। 17.35 पर हवाई हमले से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। 5-5 सेक्टर में 20-20 की संख्या में प्रत्येक वार्ड के लोग शामिल रहेंगे। अपर आयुक्त कानून व्यवस्था डा.एस चन्नप्पा ने बताया कि सुबह 6 बजे पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल (वार्निंग सिस्टम) होगा। जिसमे सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग होगा। सिविल डिफेंस के स्वयंसेवक भी शामिल होंगे।
अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था ने कहा कि ब्लैक आउट के सम्बन्ध में सभी को जानकारी होनी चाहिए। ब्लैक आउट होता है तो 100 प्रतिशत ब्लैक आउट होना चाहिए। युद्ध के समय में विपरित परिस्थितियों में क्या क्या करना है। सभी को अवगत कराया जाय। पुलिस और सिविल डिफेंस को मिल कर कार्य करने पर जोर दिया। सिविल डिफेंस के जैतपुरा प्रखंड के डिवीजनल वार्डेन ने भी अपनी बात रखी।
बैठक में सीडीओ हिमांशु नागपाल, सिटी मजिस्ट्रेट रविशंकर सिंह, अपर आयुक्त संगम लाल, उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा जितेन्द्र देव सिंह, एडीसी इरफानुल होदा, एसीपी विजय प्रताप, सिविल डिफेंस से डिवीजनल वार्डेन बीबी सुन्दर शास्त्री, कन्हैया लाल यादव, अभिषेक जायसवाल, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, अरविन्द विश्वकर्मा, कृपाशंकर मिश्रा, कंचन गुप्ता, सीबी सिंह, एसीपी ट्रैफिक, एसीपी कैंट, एसीपी कोतवाली, एनडीआरएफ, आर्मी, जिला विद्यालय निरीक्षक, एयरपोर्ट, बिजली विभाग के अधिकारी शामिल थे।

