“विकसित भारत की नींव स्कूलों से रखी जाएगी”: सीएम योगी ने शिक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र

लखनऊ, जनमुख न्यूज़। लोकभवन में गुरुवार को आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नव नियुक्त सहायक अध्यापकों और प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज का भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है और हर चुनौती का डटकर सामना करने में सक्षम है। उन्होंने हाल ही की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, “दुनिया ने देखा कि हमने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर उसे करारा जवाब दिया। हम किसी को छेड़ते नहीं, लेकिन जो हमें छेड़ता है, उसे छोड़ते भी नहीं।”
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की भूमिका को देश के निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक समय पर कक्षा में उपस्थित हों, नवाचार करें और विद्यार्थियों को उबाऊ पढ़ाई से दूर रखें। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने आचरण से बच्चों के लिए प्रेरणा बनें क्योंकि विद्यालय ही विकसित भारत की आधारशिला हैं। उन्होंने कहा कि अब उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य नहीं, बल्कि देश के विकास इंजन का हिस्सा बन चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अब प्रदेश में नौकरी पाने के लिए सिफारिश की आवश्यकता नहीं है क्योंकि पूरी चयन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष है। उन्होंने 2017 से पहले की शिक्षा व्यवस्था की तुलना में वर्तमान सुधारों को रेखांकित किया और कहा कि माध्यमिक शिक्षा में नवाचारों के कारण अब स्थितियाँ काफी सुधर चुकी हैं।
इस समारोह में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने भी नव नियुक्त शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए व्यापक परिवर्तन किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 8423 राजकीय और 34074 सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों का चयन किया जा चुका है।
इसके अतिरिक्त ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के अंतर्गत माध्यमिक विद्यालयों के विकास के लिए 508 करोड़ रुपये तथा संस्कृत विद्यालयों के लिए 14 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। राज्य में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू कर विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा रहा है। जब तक नियमित शिक्षक उपलब्ध नहीं होते, तब तक मानदेय पर शिक्षक नियोजित किए गए हैं। साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी अस्थायी रूप से नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने नकलविहीन परीक्षा प्रणाली की सफलता का भी उल्लेख किया और कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है।

