“ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना की निर्णायक कार्रवाई, 100 से अधिक आतंकी ढेर, पाकिस्तान को करारा जवाब”

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना के सैन्य महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने रविवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल ए.के. भारती, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और मेजर जनरल एस.एस. शारदा ने बताया कि भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई से पहले और बाद के हालात कैसे थे। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे वांछित आतंकवादी शामिल थे।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या के बाद भारत ने यह ऑपरेशन शुरू करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
वायुसेना और थल सेना की संयुक्त वायु रक्षा प्रणाली ने 8-10 मई की रातों में हुए ड्रोन और हवाई हमलों को नाकाम किया। एयर मार्शल भारती ने बताया कि लाहौर और गुजरांवाला स्थित सैन्य प्रतिष्ठानों पर जवाबी हमले किए गए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तानी विमानों को भारतीय सीमा में घुसने से रोका गया और कुछ को मार गिराया गया।
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान ने दोबारा कोई दुस्साहस किया, तो भारत की प्रतिक्रिया पहले से भी अधिक कठोर होगी।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान भारत ने संयम और संतुलन बनाए रखा, लेकिन देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे को निर्णायक रूप से जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फायरिंग में दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से भारतीय सेना के पांच जवानों का भी बलिदान हुआ। उन्होंने ऑपरेशन में शहीद हुए सैनिकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
इस ब्रीफिंग में एयर मार्शल एके भारती ने बताया, पाकिस्तान के जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में भारतीय सेना ने हमला किया और टार्गेट ध्वस्त किए। उन्होंने कहा कि हमारे ट्रेंड क्रू ने पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। जबकि हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। उनके एयरबेस और पोस्ट पर लगातार हमले कर हमने उन्हें जवाब दिया। एयरमार्शल एके भारती ने आगे कहा कि, हमने वहां हमला किया जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो।
उन्होंने अंत में यह भी जोड़ा कि बीते कुछ दिनों की घटनाएं किसी युद्ध से कम नहीं थीं, और संकेत दिए कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की सेना भी आतंकी घुसपैठ में संलिप्त हो सकती है।

