प्रेम संबंध में बाधा बनी बेटी तो पिता और भाई ने की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने को फार्मासिस्ट को दी रिश्वत

संभल, जनमुख न्यूज़। जनपद के रजपुरा थाना क्षेत्र के हैमदपुर गांव में एक युवती मंजू की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मंजू की हत्या उसके अपने पिता चंद्रकेश और भाई धर्मेंद्र ने की थी। हत्या के बाद मामले को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने सोमवार को बहजोई स्थित कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस हत्या कांड की परतें खोलीं।
मंजू का गांव के ही शादीशुदा युवक प्रमोद से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। 26 मई को प्रमोद की पत्नी पूनम और मंजू के बीच विवाद हुआ था, जिसकी जानकारी मंजू के पिता और भाई को मिली। परिजनों को आशंका थी कि मंजू बदनामी का कारण बन सकती है या प्रेमी के साथ भाग सकती है। इसी डर और गुस्से में 27 मई की सुबह पिता-पुत्र ने मंजू की गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे फंदे से लटका दिया।
घटना के बाद रिश्तेदार जयप्रकाश, प्रवेश, चंद्रकेश और धर्मेंद्र ने मिलकर हत्या को प्रेमी और उसके परिजनों पर थोपने की साजिश रची। आरोपियों ने शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट मनमाफिक करवाने के लिए बहजोई सीएचसी के फार्मासिस्ट मधुर आर्य को 50 हजार रुपये रिश्वत दी, ताकि मौत का कारण गला दबाना ही दिखाया जाए।
एसपी ने बताया कि फार्मासिस्ट की भूमिका की जांच में पुष्टि होने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही हत्या में शामिल सभी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार, फार्मासिस्ट मधुर आर्य के खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती रही थीं, लेकिन अब साक्ष्यों के साथ मामला सामने आने पर कार्रवाई की गई है।

