“चार गुना मुआवजा नहीं तो जमीन नहीं देंगे: किसानों का एसडीएम को साफ जवाब, स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट पर घमासान”

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। हरहुआ-राजातालाब रिंग रोड पर बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास प्रस्तावित नई अर्बन टाउनशिप (स्पोर्ट्स सिटी) और सड़क चौड़ीकरण को लेकर चल रहा किसानों का विरोध प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा। मंगलवार को दोपहर बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम राजातालाब शांतून कुमार सिनेसिनवार से किसानों की बातचीत हुई, लेकिन किसानों ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक उन्हें बाजार मूल्य का चार गुना मुआवजा नहीं दिया जाएगा, वे एक इंच भी जमीन नहीं देंगे।
करीब 35 मिनट तक चली वार्ता में एसडीएम ने भूमि अधिग्रहण को विधिसम्मत बताते हुए किसानों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन किसानों ने कहा कि उन्हें बिना सूचना और नोटिस के जबरन जमीन से बेदखल करने की कोशिश की जा रही है, जो पूरी तरह गलत और गैरकानूनी है। किसानों ने मांग रखी कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के तहत प्रक्रिया चलाई जाए और उनकी आपत्तियों को सुनकर निस्तारण किया जाए।
किसानों का नेतृत्व कर रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि योगीराज सिंह पटेल, हरसोस प्रधान प्रतिनिधि ओमप्रकाश सिंह पटेल और संचालक पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने एसडीएम से कहा कि बिना पूर्व सूचना के खेतों में खूँटा गाड़कर निशानदेही की गई, जिसका उन्होंने विरोध किया था। इसी को लेकर वे बीते तीन दिनों से धरने पर बैठे हैं।
एसडीएम ने किसानों को भरोसा दिलाया कि वह पूरा मामला जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के सामने प्रस्तुत करेंगे और उन्हें न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे। इस दौरान लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शांतनु सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
धरने में बड़ी संख्या में किसान और ग्रामीण मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से डॉ. रामाश्रय उपाध्याय, यज्ञ नारायण पांडे, सुरेश पटेल, गणेश शर्मा, सुधाकर सिंह, राजेश प्रजापति, कमलाकर सिंह, विनय कुमार, रंजीत, शशि कुमार सिंह, प्रदीप कुमार उपाध्याय, लालजी, राजेश पटेल, संजय पटेल, मनोज पटेल और वीरेंद्र पटेल आदि शामिल रहे।
किसानों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा।

