मोरारी बापू के सूतक में दर्शन के बाद बाबा विश्वनाथ का स्पर्श दर्शन बंद करने की उठी मांग

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। कथावाचक मोरारी बापू द्वारा सूतक काल में बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन किए जाने के बाद अब विरोध तेज हो गया है। काशी के नेमी दर्शनार्थियों और धर्मनिष्ठ जनों ने इस घटना को शिवलिंग की पवित्रता और मर्यादा का उल्लंघन बताया है। इसके विरोध में रविवार को श्रद्धालुओं और नेमी भक्तों ने बाबा विश्वनाथ का स्पर्श दर्शन न करने का संकल्प लिया।
श्रद्धालुओं ने घोषणा करते हुए कहा, “हे विश्वनाथ! आपकी पवित्रता, शुचिता और मर्यादा की रक्षा हेतु आज से मैं आपका स्पर्श दर्शन नहीं करूंगा।”
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, काशी के सांसद, विधायक, मेयर तथा काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अधिकारियों से अपील की है कि बाबा विश्वनाथ के शिवलिंग का स्पर्श दर्शन तत्काल प्रभाव से सभी के लिए बंद कर दिया जाए।
नेमी दर्शनार्थियों ने यह भी आग्रह किया कि शिवलिंग की पवित्रता और सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है कि भविष्य में किसी को भी प्रत्यक्ष स्पर्श की अनुमति न दी जाए। उन्होंने समस्त शिवभक्तों से भी इस मुद्दे पर एकजुट होकर आवाज बुलंद करने की अपील की है, ताकि बाबा की मर्यादा अक्षुण्ण बनी रहे।

