अधिवक्ता-पुलिस विवाद गहराया, वकीलों का कमिश्नर ऑफिस पर प्रदर्शन, SIT जांच का आश्वासन

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। अधिवक्ता समाज और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव और गहराता जा रहा है। बीते तीन दिनों में दूसरी बार वकीलों ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के दफ्तर के बाहर जमकर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन हुआ।
विरोध कर रहे अधिवक्ताओं ने एसीपी कैंट से बातचीत करने से इनकार कर दिया। उनका आरोप है कि लालपुर चौकी प्रभारी ने अधिवक्ता अरविंद वर्मा के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो भी वायरल हो चुका है। वकीलों की मांग है कि यदि उन्होंने दरोगा के साथ हाथापाई की होती, तो उसका भी वीडियो सामने लाया जाए। उनका कहना है कि दरोगा ने फर्जी एफआईआर दर्ज कराई है।
हालात को संभालने के लिए खुद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से केस दर्ज किया गया है और निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी गठित की जा रही है। एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश की जाएगी। जांच पूरी होने से पहले कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। कमिश्नर के आश्वासन के बाद अधिवक्ताओं ने धरना समाप्त कर दिया।
इस पूरे विवाद में लाइनहाजिर किए गए दरोगा आदित्यसेन ने अधिवक्ता अरविंद वर्मा समेत अन्य के खिलाफ लालपुर पांडेयपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में आरोप है कि अधिवक्ता और उनके साथियों ने पुलिस चौकी में घुसकर दरोगा की वर्दी पर हमला किया, कॉलर पकड़ा, कंधे के स्टार नोच लिए और गालीगलौज करते हुए सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
दरोगा की शिकायत पर अरविंद वर्मा (निवासी सोएपुर), शैलेन्द्र राय, रविंद्र समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं सहित सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं पीड़ित वकील ने भी दरोगा के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

