अपहरण के बाद युवक की हत्या, परिजनों का प्रदर्शन, शिवपुर पुलिस पर लापरवाही का आरोप

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। ढ़ाई महीने पहले हुए युवक के अपहरण और हत्या के मामले में परिजनों ने शुक्रवार को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। पीड़ित परिवार ने शिवपुर पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर विरोध जताया। जब पुलिस मामले की लीपापोती करने मौके पर पहुंची तो लोगों ने जमकर नाराजगी जाहिर की। परिजनों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
परिवार वालों का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने महीनों तक निष्क्रियता बरती और जांच को गंभीरता से नहीं लिया। शक जताया जा रहा है कि युवक की हत्या अपहरण के अगले ही दिन कर दी गई थी। अब पुलिस आरोपी की निशानदेही पर शव के अवशेष और कंकाल बरामद करने में जुटी है।
मामला 21 वर्षीय शशांक से जुड़ा है, जिसकी हत्या पैसों के लेन-देन के विवाद में कर दी गई थी। फिलहाल पुलिस एक आरोपी की गिरफ्तारी का दावा कर रही है, जबकि बाकी आरोपी अब भी फरार हैं। यह भी सामने आया है कि पुलिस की सुस्ती पर जब परिजनों ने हाईकोर्ट का रुख किया, तभी मामले में हलचल शुरू हुई।
पूरा मामला कुछ इस प्रकार है —
वाराणसी निवासी 21 वर्षीय शशांक का अपहरण 31 मार्च को कर लिया गया था। उसके भाई नितेश ने 3 अप्रैल को वाराणसी के शिवपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। अंततः थक-हारकर नितेश ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की।
4 जून को याचिका की पहली सुनवाई हुई जिसमें अदालत ने 7 जून तक युवक की तलाश के लिए विशेष टीम गठित करने का निर्देश वाराणसी के पुलिस आयुक्त को दिया। लेकिन 12 जून की अगली सुनवाई में आयुक्त ने बताया कि अब तक युवक का कोई पता नहीं चला। इस पर अदालत ने नाराजगी जताई और अगली सुनवाई 9 जुलाई को तय करते हुए डीजीपी को व्यक्तिगत हलफनामा पेश करने का आदेश दिया।
इस पूरे मामले ने पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली और थानेदार से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

