मध्याह्न भोजन खाने से 100 से अधिक बच्चे बीमार, खिचड़ी में कीड़े मिलने का आरोप

पटना, जनमुख न्यूज़। सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के महम्मदगंज पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय शंकरपट्टी में शनिवार को मध्याह्न भोजन (MDM) खाने के बाद 100 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। बीमार बच्चों में से 96 से अधिक को छातापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ बच्चों का इलाज निजी क्लीनिक में जारी है।
घटना उस समय हुई जब विद्यालय में उपस्थित 148 में से 100 से अधिक छात्रों ने मध्याह्न भोजन में परोसी गई खिचड़ी खाई। भोजन के कुछ ही देर बाद लगभग 15–20 बच्चों में पेट दर्द, उल्टी और चक्कर की शिकायतें शुरू हो गईं, जिससे विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
विद्यालय प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन शाम तक बीमार बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती रही और यह आंकड़ा आठ दर्जन से ऊपर पहुंच गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राजेश्वरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और अपनी गाड़ियों से भी बच्चों को अस्पताल पहुंचाया।
अभिभावकों का आरोप है कि खिचड़ी में कीड़े (पीलू) पाए गए थे और भोजन की दुर्गंध भी आ रही थी। कई बच्चों ने इसे देखकर खाना नहीं खाया और घर लौट गए। वहीं कुछ छात्रों का कहना है कि खाने से मना करने पर शिक्षकों ने डांट-फटकार लगाई और जबरन उन्हें भोजन कराया गया।
घटना को लेकर ग्रामीणों और अभिभावकों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि बच्चों को निजी वाहनों से अस्पताल ले जाना पड़ा क्योंकि एक घंटे बाद जाकर एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल परिसर में देर शाम तक पुलिस बल तैनात रहा।
गौरतलब है कि इसी तरह की एक घटना शुक्रवार को बसंतपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय रानीगंज में भी हुई थी, जहां मध्याह्न भोजन खाने से 35 छात्र-छात्राएं बीमार पड़ गए थे। दो दिन में दो बड़ी घटनाओं से जिला प्रशासन की एमडीएम व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

