झूठे मुकदमे से आहत युवक ने वंदे भारत ट्रेन के आगे कूदकर दी जान, ग्रामीणों का प्रदर्शन

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। चित्तापुर गांव के पास शुक्रवार अपराह्न एक दर्दनाक घटना में 22 वर्षीय युवक विक्रम साहनी ने वंदे भारत ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के अनुसार, विक्रम एक फर्जी मुकदमे से मानसिक रूप से अत्यंत परेशान था। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में तनाव का माहौल बन गया।
विक्रम साहनी की शुक्रवार सुबह ही कोर्ट में पेशी थी। बताया जा रहा है कि गांव की ही एक महिला द्वारा मारपीट और छेड़खानी का झूठा केस दर्ज कराया गया था, जिससे वह लगातार तनाव में था। परिजनों ने आरोप लगाया कि विपक्षी पक्ष के लोग उसे धमकियां भी दे रहे थे, जिससे वह भयभीत था।
दोपहर में विक्रम रेलवे ट्रैक पर पहुंचा और कुछ देर टहलने के बाद सामने से आ रही वंदे भारत ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। हादसे के बाद शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जा रही थी, तभी परिजन और ग्रामीणों ने शव छीन लिया और गांव के विपक्षी के दरवाजे पर रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इसके साथ ही परिजनों और ग्रामीणों ने शव को राजातालाब–जमुआ (मिर्जापुर) मार्ग पर रखकर रास्ता जाम कर दिया। जाम की सूचना पर मिर्जामुराद और राजातालाब थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने।
लगभग एक घंटे बाद एसडीएम राजातालाब शान्तनु कुमार सिनसिनवार और एसीपी अजय कुमार श्रीवास्तव पहुंचे और समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
विक्रम अपने तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और पूरे परिवार की जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। बेटे की दर्दनाक मौत की खबर सुनकर मां बेसुध हो गई। फिलहाल गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज है और एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें महिला की ओर से मारपीट किए जाने की पुष्टि होती है। मामले की जांच जारी है।

