राहुल गांधी का गंभीर आरोप: भाजपा के लिए हो रही वोटों की चोरी, कर्नाटक में फर्जी वोटरों के दिए सबूत

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गहरे सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मतदाता सूची में गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े के उदाहरण पेश करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा के पक्ष में सुनियोजित तरीके से वोटों की चोरी की जा रही है। उन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक और अन्य राज्यों के हालिया चुनावों का हवाला देते हुए इसे “लोकतंत्र के खिलाफ आपराधिक धोखाधड़ी” करार दिया।
चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग मशीन से पढ़े जा सकने वाले वोटर डेटा देने से जानबूझकर बच रहा है ताकि गड़बड़ियों का पता न चल सके। उनके मुताबिक, आयोग ने कांग्रेस को सात फीट लंबे कागज़ दिए जिनमें कोई ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन (OCR) नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर हमें इलेक्ट्रॉनिक डेटा मिलता, तो 30 सेकंड में विश्लेषण हो जाता, लेकिन कागज़ से यह प्रक्रिया छह महीने तक चली।”
कर्नाटक के महादेवपुरा सीट का उदाहरण
कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट को उदाहरण बनाकर राहुल गांधी ने बताया कि यहां 6.5 लाख वोटर्स में से 1 लाख से अधिक वोट फर्जी या डुप्लीकेट पाए गए। कांग्रेस की जांच में सामने आया कि:
11,965 डुप्लीकेट वोटर्स: एक ही व्यक्ति के नाम से अलग-अलग बूथों पर वोट दर्ज थे।
40,009 फर्जी पते: ऐसे मतदाता जिनका कोई वैध पता नहीं मिला।
एक ही पते पर कई वोटर्स: एक मकान में 80 से अधिक वोटर्स लिस्टेड मिले।
4,132 अमान्य तस्वीरें: जिनसे मतदाताओं की पहचान ही नहीं हो सकती थी।
फॉर्म-6 का फर्जी इस्तेमाल: एक ही व्यक्ति ने कई बार आवेदन देकर दो वोटर आईडी बनवाईं।
भाजपा के लिए की जा रही वोटों की हेराफेरी का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि महादेवपुरा जैसी गड़बड़ी अगर अन्य सात सीटों पर भी हुई होती तो कांग्रेस को कर्नाटक में 9 के बजाय 16 सीटें मिलतीं।
महाराष्ट्र चुनाव में भी गड़बड़ी के आरोप
उन्होंने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि शाम 5 बजे के बाद टर्नआउट में अचानक बढ़ोतरी हुई और लाखों नए नाम लिस्ट में जोड़े गए, जिनमें कई संदिग्ध हैं। कांग्रेस ने इसको “चुनावी धांधली” बताया और चुनाव आयोग को भाजपा से मिलीभगत का जिम्मेदार ठहराया।
‘सत्ता विरोधी लहर को दबाया जा रहा है’
राहुल गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता-विरोधी भावना आम है, लेकिन भाजपा इससे अछूती है क्योंकि वो लोकतंत्र की जड़ों में ही छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल और नतीजों में अंतर की ओर भी इशारा किया।

