केंद्रीय कैबिनेट के तीन बड़े फैसले: सेमीकंडक्टर मिशन, लखनऊ मेट्रो विस्तार और तातो-II जल विद्युत परियोजना को मंजूरी

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। केंद्रीय कैबिनेट ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तीन अहम परियोजनाओं को मंजूरी दी। कुल 18,541 करोड़ रुपये की लागत वाली इन योजनाओं में देश के तकनीकी, परिवहन और ऊर्जा क्षेत्रों को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
पहला फैसला भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत चार नई परियोजनाओं को मंजूरी का है। ओडिशा, पंजाब और आंध्र प्रदेश में स्थापित होने वाली इन विनिर्माण इकाइयों पर लगभग 4,600 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ये परियोजनाएं SiCSem, कॉन्टिनेंटल डिवाइस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (CDIL), 3D ग्लास सॉल्यूशंस इंक और एडवांस्ड सिस्टम इन पैकेज (ASIP) टेक्नोलॉजीज से जुड़ी हैं। इनके माध्यम से 2,034 कुशल पेशेवरों को सीधा रोजगार मिलेगा और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूती मिलेगी।
दूसरा फैसला लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के चरण-1B को लेकर है। 5,801 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के तहत 11.165 किलोमीटर लंबा गलियारा और 12 नए स्टेशन बनाए जाएंगे। इसका उद्देश्य पुराने लखनऊ के प्रमुख क्षेत्रों—अमीनाबाद, यहियागंज, पांडेगंज, चौक—को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ना है। इससे किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, इमामबाड़ा, भूल भुलैया और अन्य ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों तक मेट्रो कनेक्टिविटी मिलेगी।
तीसरा बड़ा फैसला अरुणाचल प्रदेश के शि योमी जिले में 700 मेगावाट क्षमता वाली तातो-II जल विद्युत परियोजना को मंजूरी का है। 8,146.21 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना 72 महीने में पूरी होगी और सालाना 2,738.06 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी। यह परियोजना उत्तर पूर्वी इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड और अरुणाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त उद्यम के रूप में चलाई जाएगी। केंद्र सरकार परियोजना के बुनियादी ढांचे के लिए 458.79 करोड़ रुपये और राज्य की इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 436.13 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

