भारत में ओलंपिक जरूर होने चाहिए

स्पोर्टस ,जनमुख न्यूज। नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मानना है कि २०३६ ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत की महत्वाकांक्षी बोली सही दिशा में उठाया गया कदम है क्योंकि इससे ना केवल लोगों को प्रेरणा मिलेगी बल्कि देश के खेल परिदृश्य में योग्यता को भी बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रपति ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में पीटीआई’ के वरिष्ठ संपादकों के साथ विशेष बातचीत की और कबड्डी जैसे भारत के स्वदेशी खेलों की प्रशंसा की। मुर्मू ने कहा मुझे खेल देखना पसंद है, हालांकि मुझे खेलने के बहुत ज्यादा मौके नहीं मिले। लेकिन जब भी मौका मिला मैंने भारतीय खेलों को प्राथमिकता दी राष्ट्रपति ने कहा ओलंपिक निश्चित रूप से भारत में होने चाहिए। इससे लोग प्रेरित होंगे और खेलों में योग्यता को बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रपति मुर्मू ने पीटीआई भाषा के लिए महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर विशेष हस्ताक्षरित लेख भी लिखा। मेजबान देश पर निर्णय २०२६ से पहले लिए जाने की उम्मीद नहीं है और यह २०२७ में भी हो सकता है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) अगले साल अपने चुनाव कराने के बाद ही प्रक्रिया शुरू करेगी। पोलैंड, मैक्सिको, इंडोनेशिया, कतर और सऊदी अरब उन देशों में शामिल हैं जिन्होंने २०३६ ओलंपिक खेलों के लिए बोली लगाने में रुचि दिखाई है।

