मायावती का आरोप – धर्मस्थलों के अनादर से बिगाड़ा जा रहा माहौल, सरकारें अपनाएं सख्त रवैया

लखनऊ, जनमुख न्यूज़। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने देश में धर्मस्थलों और महापुरुषों के अपमान की घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने रविवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में कहा कि इस तरह की हरकतें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत की जा रही हैं, जिससे सामाजिक और साम्प्रदायिक माहौल खराब हो रहा है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि सभी सरकारों को संकीर्ण, जातिवादी और साम्प्रदायिक राजनीति छोड़कर ऐसे आपराधिक तत्वों के खिलाफ कड़ा कानूनी कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, “कानून का राज स्थापित होगा तो लोग अमन-चैन से रोजी-रोटी कमा सकेंगे और अपने परिवार की देखभाल व बच्चों की शिक्षा कर पाएंगे।”
बैठक में मायावती ने यूपी समेत पूरे देश के मौजूदा राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक हालात पर भी चर्चा की और पार्टी कार्यकर्ताओं को नई चुनौतियों के प्रति सतर्क किया। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधी दल हर तरह के हथकंडे अपनाकर बसपा और बहुजन आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि दलित, आदिवासी, पिछड़े, मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित रह जाएं।
बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर भी समीक्षा हुई। मायावती ने बताया कि जिला से लेकर बूथ स्तर तक की समितियों के गठन का अभियान लगभग 80% पूरा हो चुका है। शेष कार्य बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि (9 अक्टूबर) के बाद शुरू किया जाएगा।

