उपराष्ट्रपति चुनाव: सी. पी. राधाकृष्णन और बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला, बीआरएस और बीजद दूर रहेंगे

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। देश के अगले उपराष्ट्रपति का नाम कल घोषित हो जाएगा। इस बार मुकाबला एनडीए उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष समर्थित उम्मीदवार व सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है। उपराष्ट्रपति पद के लिए यह चुनाव 9 सितंबर को होगा।
यह चुनाव उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद हो रहा है, जिन्होंने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया था। इस रिक्त पद को भरने के लिए मध्यावधि चुनाव कराया जा रहा है।
चुनाव से ठीक पहले दो प्रमुख दलों ने मतदान से दूर रहने का ऐलान कर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। बीजू जनता दल (बीजद) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने साफ कर दिया है कि वे उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे।
बीजद नेता सस्मित पात्रा ने कहा कि अध्यक्ष नवीन पटनायक ने वरिष्ठ नेताओं और सांसदों से परामर्श के बाद यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का ध्यान केवल ओडिशा और वहां की जनता के विकास पर केंद्रित है।
वहीं, बीआरएस कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव ने यूरिया की कमी को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उनकी पार्टी चुनाव प्रक्रिया से दूरी बनाए रखेगी। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर नोटा विकल्प उपलब्ध होता, तो बीआरएस उसका इस्तेमाल करती।
राजनीतिक जानकार इस चुनाव को एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के बीच शक्ति प्रदर्शन मान रहे हैं। दिलचस्प यह है कि इस बार मुकाबला केवल राजनीति तक सीमित नहीं, बल्कि इसे “राजनीति बनाम न्यायपालिका” का चुनाव भी कहा जा रहा है। राधाकृष्णन भाजपा संगठन के भरोसेमंद और वफादार चेहरा माने जाते हैं।
वहीं सुदर्शन रेड्डी अपनी ईमानदार और निष्पक्ष छवि के लिए न्यायपालिका में सम्मानित रहे हैं। अब देखना यह होगा कि कल कौन सा चेहरा देश का नया उपराष्ट्रपति बनकर सामने आता है।

