दिव्य, भव्य एवं आलौकिक देव दीपावली पर्व पर गंगा घाटों पर सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए-रविन्द्र

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने देव दीपावली पर्व पर यातायात सहित गंगा घाटों पर ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया है कि दिव्य, भव्य एवं आलौकिक देव दीपावली का दृश्यावलोकन काशीवासियों सहित देश- विदेश आए पर्यटक सुगमता के साथ कर सके। उन्होंने यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए जाने हेतु ठोस रणनीति बनाकर उसे सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया। गंगा में सुरक्षित यातायात के लिए गंगा तट से 15 मीटर को छोटे नावों के संचालन हेतु आरक्षित करने पर जोर दिया, उसके बाद ही बड़े नावों का संचालन सुनिश्चित हो। डीजल संचालित नावों को गंगा में नमो घाट एवं रामनगर के पार ही रोका जाय। गंगा घाटों के किनारे स्थानीय लोगों द्वारा देव दीपावली के दौरान डीजे आदि लगाकर बजाए जाने को संज्ञान लेते हुए उन्होंने निर्देशित किया कि इन डीजे पर भजन ही प्रसारित किए जाएं तथा इसके आवाज भी मानक के अनुरूप हो। मंत्री रविन्द्र जायसवाल मंगलवार को सर्किट हाउस में कमिश्नर एस. राजलिंगम, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा, मुख्य विकास अधिकारी आदि के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने निर्देशित किया कि गंगा में नावों के सुगम एवं सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित कराए जाने हेतु गंगा में आने जाने का भी रूट का निर्धारण करा लिया जाय। देव दीपावली पर्व के दौरान वाहनों को जहां रोका जाए, वहां पर पार्किंग की व्यवस्था हर हालत में सुनिश्चित हो। ताकि लोग अपनी वाहनों को किसी भी दशा में सड़कों के किनारे पार्क न करने पाए। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि गंगा घाटों के समितियों के साथ ही प्रमुख तालाबों, पोखरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी देव दीपावली पर दीपक जलाने हेतु दीया, बाती एवं तेल आदि का वितरण प्रमुखता से सुनिश्चित करा लिया जाय। उन्होंने गंगा घाटों के अलावा शहर के प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा के भी चाक चौबंद व्यवस्था सुरक्षित कराए जाने का निर्देश दिया। गंगा घाटों की सीढ़िया पर आवागमन कहीं भी बाधित नहीं होनी चाहिए। मंत्री रविंद्र जायसवाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि देव दीपावली पर्व पर देश विदेश से भारी संख्या में लोग काशी आते हैं। जिसके कारण यातायात का दबाव शहर में काफी हो जाता है। ऐसी स्थिति में यातायात व्यवस्था सुगम बनाए जाने हेतु लोग अपनी चार पहिया वाहनों का उपयोग अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही करें।

