पश्चिमी विक्षोभ का असर: गलन बढ़ी, तापमान लुढ़का, यूपी के 40 जिलों में घना कोहरा

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पिछले दो दिनों से मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। शनिवार के बाद रविवार को भी पछुआ हवाएं चलती रहीं, जिससे ठंड और गलन काफी बढ़ गई। हालात ऐसे रहे कि अधिकतम तापमान में 5.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। वहीं रविवार को न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान है।
दिसंबर के तीसरे सप्ताह में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। दिन में धूप बेहद कम समय के लिए निकल रही है और ठंड का असर दिन के समय भी महसूस किया जा रहा है। रविवार को सुबह से शाम तक यही स्थिति बनी रही। दोपहर में कुछ देर के लिए धूप निकली, लेकिन पछुआ हवा चलने से जल्द ही ठिठुरन बढ़ गई। रविवार को अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 5.6 डिग्री कम रहा।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण मौसम में यह बदलाव आया है और अगले कुछ दिनों तक इसी तरह की ठंड और गलन बने रहने की संभावना है।
संभावित शीतलहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक एनडी शर्मा ने जिले के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार सुबह लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, अयोध्या, सुल्तानपुर समेत प्रदेश के करीब 40 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में दृश्यता घटकर मात्र 10 मीटर तक रह गई। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोग अलाव तापते नजर आए। जरूरी काम से बाहर निकले लोग गर्म कपड़ों में लिपटे दिखे।
कोहरे का असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी साफ नजर आ रहा है। लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज और इटावा समेत कई रेलवे स्टेशनों पर 100 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं। वहीं कानपुर, काशी सहित कई एयरपोर्ट्स पर उड़ानें भी निर्धारित समय से देर से रवाना हो रही हैं।
वाराणसी में सोमवार को एक बार फिर घना कोहरा छाया रहा। ग्रामीण इलाकों में दृश्यता लगभग शून्य रही। यहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोहरे के चलते वाराणसी एयरपोर्ट से छह उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। फिलहाल 36 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।

