डॉ. अनीष व्यास वैदिक गौरव रत्न सम्मान से सम्मानित

नई दिल्ली,जनमुख न्यूज। कृष्ण चैरिटेबल फाऊंडेशन की ओर से आयोजित वैदिक गौरव रत्न सम्मान समारोह में पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास को वैदिक गौरव रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।कृष्ण चैरिटेबल फाऊंडेशन की ओर से जयपुर के सिरसी रोड स्थित झारखंड पैलेस एंड रिसोर्ट में रविवार को एक दिवसीय वैदिक गौरव रत्न सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अरुण बंसल, अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रमुख आचार्य शुभेश शर्मन, आयोजक राजेश वशिष्ठ और अन्नपूर्णा सोनी ने वैदिक, सनातन, धर्म संस्कृति और ज्योतिष के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास को वैदिक गौरव रत्न सम्मान से सम्मानित किया। भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ. अनीष व्यास ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि कुंडली में अगर चंद्रमा कमजोर होता है तो आदमी फ्लैक्सिबल होता है और लोगों के अनुरूप खुद को बदल देता है। समय आने पर कभी भी पाला बदल सकता है अपने विचार बदल सकता है। लेकिन जिनकी कुंडली में सूर्य और मंगल मजबूत होते हैं उनको जो कार्य करना होता है वह कार्य अवश्य करके रहते हैं इसके लिए चाहे उनको कोई भी कीमत चुकानी पड़े। ज्योतिष में सूर्य और मंगल ऊर्जा साहस और प्रसिद्धि के प्रतीक माने जाते हैं। नाइन लेने की क्षमता यह दोनों ग्रह प्रदान करते हैं।

