शेयर में मुनाफे का लालच देकर 55 लाख की साइबर ठगी, जांच में जुटी पुलिस

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। साइबर ठगी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं नित्य नए मामले सामने आ रहे हैं। अब एक ऐसा ही मामला वाराणसी में सामने आया है जिसमें साइबर ठगों ने शेयर में धन कमाने का लालच देकर 55 लाख रुपए का चूना लगा दिया। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
बताया जाता है कि वाराणसी के महमूरगंज इलाके के पर्ल बिल्डिंग रॉयल रैजीडेंस निवासी दास कपूर को शेयर मार्केट में निवेश कर लाभ कमाने का लालच देकर 50 लाख इंवेस्टमेंट कराए गए। और उसके लाभ के रुप उनके क्रेडिट खाते में 7 करोड़ दिख रहे थे। जिसे निकालने के लिए निवेशकों ने 5 लाख और खाते में डलवाये और खता ब्लॉक कर दिया और नंबर स्विच ऑफ हो गया।
पीड़ित दास कपूर के अनुसार मुझे एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज और टी रोव प्राइज से मोबाइल पर मैसेज मिला था। इस पर फोन किया तो अजय गर्ग और उसकी सहायक रितु वोहरा ने एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज में खता खोल मुनाफ़ा कमाने की बात की।
वाराणसी में 55 लाख की साइबर ठगी, FIR:शेयर मार्केट में निवेश कर 7 करोड़ की कमाई का दिया था झांसा, 50 लाख के खरीदे शेयर
वाराणसी4 घंटे पहले
वाराणसी साइबर क्राइम थाने में 55 लाख की ठगी का मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित महमूरगंज पर्ल बिल्डिंग रॉयल रैजीडेंस निवासी दास कपूर ने शेयर मार्केट में निवेश कर लाभ कमाने के चक्कर में 50 लाख के शेयर खरीदे थे। उनके अनुसार उसका क्रेडिट खाते में 7 करोड़ दिखा रहा था।
उसे निकलने के लिए निवेशकों ने 5 लाख और खाते में डलवाये और मेरा खता ब्लॉक कर दिया और नंबर स्विच ऑफ हो गया। फिलहाल साइबर क्राइम पुलिस FIR दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज से आया था मैसेज
पीड़ित दास कपूर ने साइबर क्रियम थाने में तहरीर देते हुए बताया – मुझे एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज और टी रोव प्राइज से मोबाइल पर मैसेज मिला था। इसपर फोन किया तो अजय गर्ग और उसकी सहायक रितु वोहरा ने एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज में खता खोल मुनाफ़ा कमाने की बात की और कहा कि हम निवेश में सहायता करेंगे। जिसके झांसे में आकर पहली बार खाते में 50 हजार जमा करके शेयर खरीदे। और मैंने कई बार में उस खाते में 50 लाख रुपए जमा करवा दिए। पीड़ित के अनुसार 50 लाख के शेयर खरीदने के बाद उनके द्वारा बनाए गए मेरे अकाउंट में मुनाफे के 7 करोड़ रुपए दिखाई दे रहे थे।
दास कपूर ने बताया- इसी बीच अजय गर्ग ने मैसेज किया कि हम एक कोर वीआईपी समूह बना रहे हैं। उसके रजिस्ट्रेशन के लिए आप को 5 लाख रुपए और देने होंगे। उसके बाद आप अपना 7 करोड़ रुपए निकाल पाएंगे। हमने उसके अकाउंट में 5 लाख रुपए और जमा करवा दिए। इसके एक ही दिन बाद मेरा अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया और रितु, अजय गर्ग ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया।
जांच में जुटी साइबर पुलिस
साइबर क्राइम थाना प्रभारी के अनुसार साइबर क्राइम थाने पर तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

