66 वर्षीय शशि कुमार मोहता ने एलएलबी प्रवेश के लिए जीती 24 साल की कानूनी लड़ाई

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। अहमदाबाद के शशि कुमार मोहता के लिए कानून की डिग्री हासिल करना केवल एक सपना नहीं था बल्कि यह एक लंबी और कठिन यात्रा थी। मोहता को २००० में गुजरात विश्वविद्यालय के एलएलबी कार्यक्रम में प्रवेश से इसलिए मना कर दिया गया था क्योंकि विश्वविद्यालय के शिक्षा मानदंडों के अनुसार उनके पास १५ साल की औपचारिक शिक्षा नहीं थी जबकि विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए यह शर्त थी। मोहता ने इस अन्याय के खिलाफ कानूनी लड़ाई शुरू की और अब २४ साल की संघर्षपूर्ण कानूनी प्रक्रिया के बाद सिविल कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया।
अहमदाबाद की सिविल कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया कि शशि कुमार मोहता को गुजरात विश्वविद्यालय (जीयू) और डीटी लॉ कॉलेज से एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाए। अदालत ने यह भी आदेश दिया कि मोहता को अगले शैक्षणिक वर्ष २०२५-२६ से ३ साल के एलएलबी पाठ्यक्रम में नामांकित किया जाए।अदालत ने कहा प्रतिवादियों (गुजरात विश्वविद्यालय और डीटी लॉ कॉलेज) को निर्देश दिया जाता है कि वे शशि कुमार मोहता को एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश देने के लिए उनके मूल दस्तावेजों की जांच करने के बाद उन्हें प्रवेश दें बशर्ते कोई विसंगति न पाई जाए।

