अमेरिका और चीन ने डुबोई, शेयर मार्केट की लुटिया

नई दिल्ली, बिजनेस जनमुख न्यूज। मंगलवार को शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट आई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स १०६४ अंक गिरकर ८०,६८४ के स्तर पर जबकि निफ्टी भी ३३२ अंक टूटा, ये २४,३३६ के स्तर पर बंद हुआ।दोपहर दो बजे तक सेंसेक्स एक हजार से ज्यादा अंक तक गिर गया। वहीं निफ्टी में भी ३०० अंकों से ज्यादा की गिरावट आई। मार्केट में गिरावट के कई कारण रहे। इसमें सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन है।
बैंक, ऑटो, मेटल और शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। का निफ्टी बैंक इंडेक्स करीब १ज्ञ् नीचे रहे। ऑटो, और इंडेक्स करीब ०.५०नीचे, वहीं निफ्टी मीडिया और रियल्टी इंडेक्स करीब १ऊपर रहा।
रुपए की तुलना में अमेरिकी डॉलर की कीमत लगातार बढ़ रही है। डॉलर इंडेक्स १०६.७७ पर स्थिर है, लेकिन इस साल इसमें ५ज्ञ् की तेजी आ चुकी है। मजबूत डॉलर भारतीय शेयर मार्केट के लिए विदेशी निवेशकों की रुचि को कम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह उभरते बाजारों में निवेश को कम आकर्षक बनाता है।
नवंबर में चीन की खपत उम्मीद से कहीं ज्यादा कम रही है। खुदरा बिक्री में सिर्फ ३ज्ञ् की वृद्धि हुई, जो अक्टूबर के ४.८ की वृद्धि से काफी कम है। वहीं दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन में साल-दर-साल ५.४ की वृद्धि हुई, जो अक्टूबर के अनुरूप है। यह मंदी वैश्विक कमोडिटी मांग को प्रभावित कर सकती है। इससे भारत में मेटल, एनर्जी और ऑटो सेक्टर के लिए जोखिम पैदा हो सकता है। आज के कारोबार में निफ्टी मेटल और ऑटो सेक्टर में बड़ी गिरावट आई।
फेड रिजर्व की बैठक को लेकर दुनिया के दूसरे बाजार भी मंगलवार को सहम गए। जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों के एमएससीआई के व्यापक सूचकांक में ०.३ की गिरावट आई। जापान के निक्केई में ०.१५ की गिरावट आई, जबकि वायदा कारोबार ने यूरोपीय शेयर बाजारों के लिए सुस्त शुरुआत का संकेत दिया। यूरोस्टॉक्स ५० वायदा कारोबार में ०.१६ की गिरावट आई। वहीं जर्मन वायदा कारोबार में ०.०६ की गिरावट आई।वायदा कारोबार में ०.२४ की कमजोरी आई।

