अडानी पर घूसघोरी का आरोप: अमेरिकी अदालत में भ्रष्टाचार के मामले में अभियोग

भ्रष्टाचार के आरोप: 2,029 करोड़ रुपये की रिश्वत का मामला
नई दिल्ली,जनमुख न्यूज। अमेरिका के न्यूयॉर्क में अभियोजकों ने बुधवार को अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और छह अन्य व्यक्तियों पर भारतीय सरकारी अधिकारियों को 2,029 करोड़ रुपये (265 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। यह रिश्वत कथित रूप से राज्य विद्युत वितरण कंपनियों के साथ “लाभदायक सोलर एनर्जी सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट” हासिल करने के लिए दी गई।
अमेरिकी अभियोजन पक्ष का बयान
यूएस अटॉर्नी ऑफिस, ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया:
“इस अभियोग में आरोप लगाया गया है कि 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत भारतीय सरकारी अधिकारियों को दी गई, निवेशकों और बैंकों से झूठ बोलकर अरबों डॉलर जुटाए गए, और न्याय में बाधा डाली गई।”
यह बयान यूएस डिप्टी असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल लिसा एच. मिलर द्वारा दिया गया।
आरोपित व्यक्तियों की सूची
छह अन्य व्यक्तियों में शामिल हैं:
- वनीत जैन – CEO, Adani Green Energy Ltd.
- रंजीत गुप्ता – Azure Power Global Ltd. के CEO (2019-2022)।
- रुपेश अग्रवाल – Azure Power के अधिकारी (2022-2023)।
- सिरिल कबनेस – ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के नागरिक।
- सौरभ अग्रवाल।
- दीपक मल्होत्रा।
इनमें से कुछ ने कनाडाई संस्थागत निवेशकों के साथ काम किया है।
अडानी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अडानी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि जल्द ही इस मामले पर आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा।
समूह के सूत्रों ने कहा कि अभियोग में लगाए गए आरोप मात्र आरोप हैं, और अभियुक्त तब तक निर्दोष माने जाते हैं जब तक उनका दोष सिद्ध न हो जाए।
अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) की कार्रवाई
SEC ने भी गौतम अडानी, सागर अडानी और Azure Power Global Ltd. के अधिकारी सिरिल कबनेस पर एक बड़े भ्रष्टाचार मामले से संबंधित आरोप लगाए।
- SEC ने अपनी शिकायत न्यूयॉर्क की ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दर्ज कराई।
- अभियोग में अभियुक्तों और संगठनों के नाम गुमनाम रखे गए हैं, लेकिन यह बताया गया है कि उनकी पहचान ग्रैंड जूरी को पता है।
“भ्रष्ट सोलर प्रोजेक्ट” का विवरण
अभियोजकों के अनुसार:
- “भारतीय ऊर्जा कंपनी” और “अमेरिकी जारीकर्ता” को सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) द्वारा 8 गीगावॉट और 4 गीगावॉट सोलर पावर सप्लाई का ठेका मिला।
- लेकिन SECI को कोई राज्य विद्युत वितरण कंपनी नहीं मिली जो इस बिजली को खरीद सके, जिसके चलते यह पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) नहीं कर सका।

