कानपुर में सामूहिक विवाह के बाद रसगुल्ले के लिए छिना झपटी, 600 से अधिक जोड़ों ने लिए सात फेरे

कानपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बुधवार को आयोजित भव्य समारोह में 600 से अधिक जोड़ों ने वैदिक रीति के अनुसार सात फेरे लिए। सुबह से ही सीएसए स्टेडियम में नवविवाहित जोड़ों और उनके परिजनों की भारी भीड़ जुटने लगी।
सभी जोड़ों का पहले बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया गया, जिसके बाद उन्हें विवाह मंडप भेजा गया।समारोह में पंजाब के लुधियाना के जगजीत और कानपुर की अंकिता की शादी भी चर्चा में रही। दोनों की प्रेम कहानी एक साल पहले सोशल मीडिया चैट से शुरू हुई थी। जिम ट्रेनर जगजीत के अनुसार, ऑनलाइन बातचीत धीरे-धीरे विश्वास में बदली और दोनों ने जीवनसाथी बनने का फैसला किया।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और सीडीओ दीक्षा जैन ने सभी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और 1100 रुपये का उपहार प्रदान किया। पूरा परिसर 600 से अधिक शादियों के एकसाथ संपन्न होने की खुशी से गूंज उठा।
शादी की रस्में भले ही सुचारु रूप से पूरी हुईं, लेकिन भोजन व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई।जैसे ही भोजन शुरू हुआ, प्लेट लेने के लिए लंबी लाइनें लग गईं—जिसमें दूल्हा-दुल्हन भी खड़े नजर आए। रोटी और सब्जी पाने के लिए भीड़ में धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। हालात तब और बेकाबू हो गए जब रसगुल्ले की थाल पहुंची। कुछ ही क्षणों में पंडाल में छीना-झपटी जैसी स्थिति बन गई और भोजन की पूरी व्यवस्था चरमरा गई।

