अखिलेश ने लोकसभा में उठाया महाकुंभ में दुर्व्यवस्था का मुद्दा, मोदी के साथ योगी सरकार को भी घेरा

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। समाजवादी पार्टी सुप्रीमों अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्था में कथित खामियों और दुर्व्यवस्थाओं का मुद्दा मंगलवार को लोकसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि खामियों की तस्वीरें देखकर सनातन धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति को बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह आरोप भी लगाया कि उत्तर प्रदेश की ‘डबल इंजन’ सरकार ‘डबल ब्लंडर’ कर रही है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बजट में कोई रोडमैप नहीं दिखाई देता है।
अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि चांद पर पहुंचने का क्या फायदा जब जमीन की समस्याएं नहीं दिखती हों। उन्होंने सवाल किया कि ‘‘जिन ड्रोन की बात की गई, वो कहां हैं? डिजिटल इंडिया कहां है?” सपा अध्यक्ष ने कहा कि मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में मची भगदड़ में मारे गए लोगों का सही आंकड़ा नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि एक दूसरी तस्वीर महाकुंभ में दिखी जो सनातन को मानने वालों को दुख पहुंचाने वाली थी। प्रयागराज में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और ३०० किलोमीटर जाम में फंसे रहे। भाजपा की तरफ से पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की गई कि वे लोगों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसी तस्वीर होनी चाहिए जिसमें आप यातायात नहीं संभाल पा रहे हैं।
सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘यह बजट चार इंजन वाला है। लगता है कि एक के बाद एक इंजन खराब होते गए, इसलिए चार इंजन लगाने पड़े।” उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की ‘डबल इंजन’ सरकार ‘डबल ब्लंडर’ कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की आय दोगुना करने का सपना दिखाने वाली सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है। यादव ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी को लेकर कुछ नहीं किया गया। इस सरकार ने एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न दे दिया, लेकिन उनकी कही गई बातों पर अमल नहीं किया।” उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ किया जाना चाहिए और खेती में इस्तेमाल होने वाले उत्पादों तथा वस्तुओं पर जीएसटी नहीं होनी चाहिए। देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच गई, लेकिन नौकरी और रोजगार नहीं हैं।”
अखिलेश यादव ने अमेरिका से वापस भेजे गए ‘अवैध’ भारतीय प्रवासियों का भी मुद्दा उठाते हुए कहा कि ‘‘क्या पिछले १० बजट इसलिए बनाए गए थे कि दुनिया यह देखे कि भारत के लोग हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां बांधकर भेजे गए।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे का हवाला देते हुए कटाक्ष किया, ‘‘पिछली बार हीरा लेकर गए थे। इस बार हो सके तो सोने की जंजीर लेकर जाइएगा…हो सके तो कुछ और लोगों को वहां से किसी दूसरे जहाज में अपने साथ लेते आइएगा।”
उन्होंने कहा कि आज ‘डिजिटल अरेस्ट’ के माध्यम से लाखों रुपये लूटे जा रहे हैं, इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं। यादव ने दावा किया कि बजट में ‘पीडीए’ के उत्थान के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार के पास रुपये में गिरावट का कोई जवाब है? सपा मुखिया ने कहा कि देश में अब भी ८० करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देना पड़ रहा है, क्या यही विकसित भारत की तस्वीर है?

