अखिलेश यादव का आरोप—“एसआईआर प्रक्रिया लोकतंत्र मज़बूत करने नहीं, वोट काटने की कोशिश”

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने देशभर में जारी एसआईआर प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए नहीं, बल्कि कुछ वर्गों के वोट काटने के इरादे से चलाई जा रही है। यादव ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) भारी तनाव में काम कर रहे हैं और फॉर्म भरने में भी सक्षम नहीं हो पा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा, “लोकतंत्र तभी मज़बूत होगा जब किसी का वोट छीना न जाए। एसआईआर प्रक्रिया को लेकर जो चिंता थी, वह सही दिखाई दे रही है। अगर वोट ही कट गया, तो लोग अपने सपने कैसे पूरा करेंगे?”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने नोएडा की बड़ी आईटी कंपनियों को काम पर लगाया है और उनके माध्यम से उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का डेटा हासिल किया जा रहा है। यादव ने यह भी सवाल उठाया कि जब उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोई चुनाव तय नहीं है, तो इतनी जल्दबाज़ी क्यों की जा रही है।
इससे पहले, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के सांसद ई.टी. मोहम्मद बशीर ने भी एसआईआर प्रक्रिया पर सख्त रुख अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार संसद में इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है। बशीर ने कहा, “हमने बहुत कोशिश की, लेकिन सरकार एसआईआर पर ठीक से विचार नहीं कर रही। आर्थिक मोर्चे पर भी कई गंभीर मुद्दे हैं जिन पर चर्चा आवश्यक है।”
एसआईआर को लेकर विपक्ष का यह बढ़ता दबाव संकेत देता है कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे पर तीखी राजनीति देखने को मिल सकती है।

