पाकिस्तान के नापाक इरादों का विनाश किया, सेना ने साझा की ऑपरेशन सिंदूर की सफलता

नई दिल्ली जनमुख न्यूज़। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष विराम के बाद आज शाम डीजीएमओ स्तर की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इससे पहले तीनों सेनाओं के डीजीएमओ ने एक साझा प्रेस ब्रीफिंग में हालिया सैन्य कार्रवाई और सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भी तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि चाहे तुर्किए के ड्रोन्स हों या किसी अन्य देश के—भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें बेबस कर दिया और उनके मलबे को सभी ने देखा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने रामचरितमानस का उल्लेख करते हुए कहा, “भय बिन होए न प्रीति।”
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना ने संयुक्त सैन्य अभियान में अहम भूमिका निभाई और दुश्मन के किसी भी जहाज को हमारी सीमा में घुसने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हमारा शक्तिशाली कैरियर बैटल ग्रुप पाकिस्तान की नौसैनिक चुनौती को पूरी तरह से नाकाम करने में सक्षम रहा।
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय एयरफील्ड पर किए गए हमलों को हमारे मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड ने नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि सभी एयरफील्ड पूरी तरह सुरक्षित हैं, जबकि पाकिस्तान की एयरफील्ड की स्थिति सबके सामने है। उन्होंने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की बहादुरी की भी प्रशंसा की।
एयर मार्शल भारती ने यह भी बताया कि पुराने हथियारों और आधुनिक सिस्टम जैसे आकाश मिसाइल और लेजर गन ने दुश्मन के ड्रोन्स और मिसाइलों को प्रभावी ढंग से निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की पीएल-15 मिसाइल और चीनी ड्रोन्स को भी सफलतापूर्वक ध्वस्त किया गया।
डीजी एयर ऑपरेशंस ए.के. भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई संयुक्त सैन्य कार्रवाई की जानकारी दी और स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ। लेकिन जब पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो उन्हें भी परिणाम भुगतने पड़े।
इस बीच, डीजीएमओ स्तर की बैठक का समय बदल दिया गया है। यह बैठक अब शाम को होगी, जबकि पहले इसे दोपहर 12 बजे तय किया गया था। साथ ही, देश के 32 हवाई अड्डे, जिन्हें पहले 15 मई तक बंद रखा जाना था, अब नागरिक उड़ानों के लिए फिर से खोल दिए गए हैं।

