भारत-पाक तनाव के बीच गृह मंत्रालय का निर्देश: 7 मई को राज्यों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल, 54 साल बाद अभ्यास

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 7 मई को कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए है जो सीमा के पास स्थित हैं जैसे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा।
गृह मंत्रालय के मुताबिक, इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी भी संभावित शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और प्रशासनिक तैयारी की समीक्षा करना है। इस अभ्यास में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे, ब्लैकआउट की स्थिति का अभ्यास किया जाएगा और नागरिकों व छात्रों को आपात स्थितियों से निपटने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके अलावा, निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास, बिजली संयंत्रों व सैन्य-संबंधी प्रतिष्ठानों को छिपाने जैसी व्यवस्थाओं पर भी जोर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, यह मॉक ड्रिल बेहद असाधारण कदम है क्योंकि पिछली बार ऐसा अभ्यास वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान किया गया था, यानी आज से 54 साल पहले।
हाल ही में दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की नृशंस हत्या के बाद भारत-पाक संबंध एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। ऐसे में यह ड्रिल एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
रक्षा स्तर पर भी सक्रियता बढ़ गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने जापानी समकक्ष से मुलाकात की और सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयासों की बात कही। वहीं, रक्षा सचिव आर.के. सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सैन्य तैयारियों और खरीद नीति पर चर्चा की।

