हेट मैसेज फैला रहे थे बीजेपी नेता, मेट्रो अधिकारियों के जवाब ने कर दी बोलती बंद!

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। सोशल मीडिया पर अलग-अलग दलों के लोग अपनी सुविधानुसार हेट मैसेज या वीडिया फैलाते रहते हैं। जिसमें खास तौर से भाजपा के कुछ नेता अग्रणी दिखाई देते हैं। यहां हम बात सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो की कर रहे हैं जिसमें लोगों को बाहर निकलने के लिए मेट्रो स्टेशन के गेट पर छलांग लगाते देखा जा सकता है। वीडियो जामा मस्जिद स्टेशन का है जिसे १३ फरवरी को रात ११:२२ बजे रिकॉर्ड किया गया था। इस वीडियो की सच्चाई जाने बिना भाजपा नेता सुनील देवधर ने एक्स पर शेयर करते हुए लिखा कि शब ए बारात की आड़ में दिल्ली मेट्रो में हुड़दंग मचा रहे ये हुड़दंगी भूल रहे हैं कि दिल्ली में केजरीवाल के काल का अंत हो चुका है! डबल इंजन की सरकार इनका इलाज ज़रूर करेगी! यह पोस्ट तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो गई, जिससे दिल्लीवासियों ने हर तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त की। लेकिन अब मेट्रों के अधिकारियों ने जिस प्रकार सामने आकर उस रात का सच बयां किया है। उससे मुस्लिम समाज के प्रति नफरत पैâलाने की कोशिश नाकाम हो गयी है। अधिकारियों के मुताबिक, उस रात शब-ए-बारात थी। रात करीब ११:२२ बजे स्टेशन पर एक ही समय पर दो ट्रेनें पहुंचीं। निकास द्वार पर बड़ी भीड़ जमा हो गई और उसी समय गेट ने काम करना बंद कर दिया। भीड़ के कारण लोगों को साइड गेट से बाहर निकलने की इजाजत दी गई। इसको लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने एक ट्वीट किया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने लिखा कि कुछ यात्रियों द्वारा बाहर निकलने के लिए एएफसी गेट पर छलांग लगाने के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वायरल वीडियो के संदर्भ में, डीएमआरसी सूचित करना चाहेगी कि उक्त घटना १३ फरवरी २०२५ की शाम को वायलेट लाइन पर जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन की बताई गई है। थोड़ी देर के लिए यात्रियों की भीड़ अचानक बढ़ गई जब कुछ यात्री बाहर निकलने के लिए एएफसी गेट से कूदकर उसे पार कर गए। ऐसे यात्रियों को सलाह देने के लिए सुरक्षाकर्मी और अन्य कर्मचारी पर्याप्त रूप से मौजूद थे और स्थिति कभी भी नियंत्रण से बाहर नहीं हुई। बल्कि, यह एएफसी गेट पर अचानक भीड़ बढ़ने के कारण कुछ यात्रियों की क्षणिक प्रतिक्रिया थी।
मेट्रों के अधिकारियों की प्रतिक्रिया बताने के लिए काफी है कि बिना सच जाने अपनी सुविधानुसारक समाज के अलग-अलग को टार्गेट करने और सोशल मीडिया के जनिए नफरत फैलाने का अभियान किस कदर तेजी से बढ़ता जा रहा है।

