चेतेश्वर पुजारा ने सभी प्रारूपों से लिया संन्यास, ‘भारत की दीवार’ ने कहा क्रिकेट को अलविदा

नई दिल्ली जनमुख न्यूज़। भारतीय क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजों में शुमार चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। उन्होंने एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने दो दशक लंबे क्रिकेट करियर को अलविदा कहते हुए लिखा कि भारतीय जर्सी पहनना और देश का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गर्व और सम्मान की बात थी।
पुजारा ने राजकोट जैसे छोटे शहर से निकलकर भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ बनने तक का सफर तय किया। शांत स्वभाव और अदम्य फोकस के चलते वे खासकर टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया का अभिन्न हिस्सा बने और उन्हें राहुल द्रविड़ के बाद “भारत की दीवार” कहा जाने लगा।
करियर का भावुक पुनरावलोकन
अपने रिटायरमेंट नोट में पुजारा ने लिखा कि क्रिकेट ने उन्हें पहचान ही नहीं, बल्कि जिंदगी के अनमोल अनुभव और सच्चा प्यार भी दिया। उन्होंने कहा कि जर्सी पहनकर मैदान में उतरना, राष्ट्रगान गाना और हर मैच में सर्वश्रेष्ठ देना उनके लिए बेहद खास अनुभव रहा।
धन्यवाद और आभार
पुजारा ने बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट संघ, घरेलू व अंतरराष्ट्रीय टीमों, काउंटी क्रिकेट क्लबों, सपोर्ट स्टाफ, ग्राउंड स्टाफ, अंपायर्स, मीडिया और अपने प्रायोजकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पर्दे के पीछे काम करने वाले सभी लोगों की मेहनत के बिना मैदान पर उनका प्रदर्शन संभव नहीं था।
फैंस को समर्पित भावुक संदेश
पुजारा ने लिखा कि दुनिया भर में मिले फैंस के प्यार और समर्थन ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। चाहे भारत हो या विदेश, फैंस की ऊर्जा ने उनके खेल को नई ताकत दी।
पोस्ट के अंत में उन्होंने हाथ जोड़कर कहा—“आप सभी के प्यार और आशीर्वाद ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया। मैं इस खेल का ऋणी हूं, और आप सभी का भी।”
पुजारा का संन्यास केवल एक खिलाड़ी की विदाई नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम अध्याय का समापन है।
चेतेश्वर पुजरा का करियर
भारत की तरफ से चेतेश्वर पुजारा ने 103 टेस्ट मैच खेलकर 7195 रन बनाए जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने 5 वनडे भी खेला जिसमें महज 51 रन ही ना पाए. टेस्ट में पुजारा के नाम तीन डबल सेंचुरी है। साल 2012 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 206 रन की नाबाद पारी खेली थी। यह उनके करियर की सबसे बड़ी पारी रही। इसके अलाव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 और 2017 में टेस्ट में डबल सेंचुरी जमाई थी।

