सीएम सिद्धारमैया एमयूडीए स्कैम में सिर से पांव तक लिप्त

नई दिल्ली,जनमुख न्यूज। मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूमि घोटाला और वाल्मिकी निगम गबन सामने आने के बाद से भाजपा बार-बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग कर रही है। मुदा अध्यक्ष (पूरा नाम कृपया) मैरीगौड़ा के इस्तीफा देने के साथ, भाजपा के पास सिद्धारमैया को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने का ताजा मौका है। पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने मांग की कि वाल्मिकी निगम और मुडा भूमि घोटालों की चल रही जांच के बीच सिद्धारमैया को पद छोड़ना चाहिए। गौड़ा ने सिद्धारमैया पर हेराफेरी को लेकर दोषी महसूस करने का आरोप लगाया। उन्होंने सदन में अपना अपराध स्वीकार कर लिया। वह अपने अपराध के लिए प्रार्थना करने के लिए मंदिरों में गया है। नागेंद्र भी जमानत पर बाहर आ गए हैं और मैरीगौड़ा ने इस्तीफा दे दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा अब सिद्धारमैया के लिए पद छोड़ने का समय आ गया है।गौड़ा ने सिद्धारमैया को राजनीति से संन्यास लेने का आह्वान करते हुए इस बात पर जोर दिया,जब तक ये सभी घोटाले सुलझ नहीं जाते, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कई व्यक्तियों ने अर्कावथी लेआउट घोटाले सहित विभिन्न मामलों में सिद्धारमैया पर मुकदमा चलाने की अनुमति के लिए सरकार से संपर्क किया है। गौड़ा ने ये बयान जमानत पर रिहा हुए कांग्रेस विधायक और कर्नाटक के पूर्व मंत्री बी नागेंद्र के सिद्धारमैया के पक्ष में बोलने के एक दिन बाद दिया।

