भाषा विवाद पर क्रिकेटर अश्विन का बड़ा बयान, कहा-हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। देश में अक्सर भाषा को लेकर कोई नया विवाद होता रहता है। खासकर हिन्दी को लेकर दक्षिण भारत में लोगों का विरोध सामने आता रहता है। इस बीच भारतीय टीम के पूर्व अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक निजी कॉलेज के कार्यक्रम में हिंदी भाषा को लेकर बड़ा बयान दिया है। ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान अश्विन ने हिंदी भाषा को लेकर टिप्पणी की। अश्विन ने कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा नहीं है। अश्विन ने छात्रों से पूछा कि अगर कोई अंग्रेजी या तमिल नहीं बोलना जानता है तो क्या कोई हिंदी में प्रश्न पूछने में रुचि रखता है।
अश्विन ने इस दौरान भारत में भाषा का मामला उठाया। उन्होंने देखा कि हिंदी शब्द बोलने के बाद लोगों की कैसी प्रतिक्रिया थी। अश्विन ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि मुझे यह कहना चाहिए कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं है, यह आधिकारिक भाषा है।’ मालूम हो कि हिंदी और तमिल भाषा को लेकर हमेशा चर्चा होती है और तमिलनाडु में यह एक संवेदनशील मुद्दा रहा है।
अश्विन ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया था। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने करियर के बारे में भी बात की।
भारत के सफल टेस्ट गेंदबाज हैं अश्विन
अश्विन टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में सातवें स्थान पर हैं। अश्विन के नाम १०६ टेस्ट में ५३७ विकेट हैं। ५९ रन देकर सात विकेट उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है। इस दौरान उनका औसत २४.०० का और स्ट्राइक रेट ५०.७३ का रहा है। अश्विन टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय में अनिल कुंबले के बाद दूसरे नंबर पर हैं। कुंबले के नाम ६१९ टेस्ट विकेट थे। अपने घर पर डेब्यू के बाद से जब भी वह स्क्वॉड में चुने गए, हर बार वह टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने घर पर कोई टेस्ट मिस नहीं किया है।

